उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा यानी किसानों पर कार चढ़ाने का मामले का मुख्य आरोपी अभी भी जेल में है। बता दें कि आशीष मिश्रा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा है। किसानों पर कार चढ़ाने के मामले को लेकर मुख्य आरोपी आशीष 24 अप्रैल से जेल में है। ऐसे में खबर मिल रही है कि आशीष को लखीमपुर जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने सुपुत्र यानी आशीष मिश्रा को खाने-पीने से लेकर उसके रहने का भी खास इंतजाम किया गया है। जानकारी के अनुसार, बैरक में उसके लिए 4 कूलर लगवाए गए हैं और स्पेशल पान भी बाहर से मंगाया जा रहा है। साथ ही पान एक या दो नहीं बल्कि पूरे 30 से 40 पान मंगवाए जाते हैं।
जेल प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक आशीष को सुरक्षा के मद्देनजर बैरक नंबर 20 में रखा गया है। उसे किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो, इसलिए बैरक में 24 अप्रैल से पहले ही नए गद्दे और चादर की व्यवस्था की गई थी। आशीष मिश्रा को अन्य बंदियों से अलग रखा गया है। जेल के अंदर ही उसे हर संभव मदद दी जा रही है।
इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है और तापमान 40 डिग्री से भी ज्यादा है। ऐसे में जेल में मंत्री के पुत्र को भी गर्मी सता रही है। आशीष को गर्मी न लगे इसलिए बैरक में 4 कूलर की व्यवस्था की गई है ताकि उसे भीषण गर्मी से निजात मिल सके। फिर भी भीषण गर्मी मंत्री पुत्र को परेशान कर रही है। लिहाजा दिक्कतों को दूर करने के लिए जेल प्रशासन अन्य इंतजाम करने में जुटा है।
खबर के मुताबिक, बीते 24 अप्रैल से आशीष मिश्रा ने जेल का खाना नहीं खाया है। जेल के अंदर ही उसे वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है। रोजाना सुबह 7 से 8 बजे के बीच उसके नाश्ते के लिए घर से चाय, मक्खन और ब्रेड आता है। मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा इन दिनों जेल में जरूर है, लेकिन उसके खाने-पीने का खास इंतजाम रखा गया है।
दिन में करीब 10 बजे आशीष मिश्रा के घर से जेल में लंच भी पहुंचाया जाता है। आरोपी दोपहर 12 से 1 बजे के बीच लंच करता है। बताया जा रहा है कि 24 अप्रैल से अब तक आशीष मिश्रा ने वेज खाना ही घर से मंगाया है। उसकी पसंद का ही खाना घर से पहुंचाया जाता है। वहीं, शाम को करीब छह बजे घर से डिनर भी जेल में पहुंचाया जाता है। देर शाम करीब 7:30 से 8 बजे के बीच आशीष डिनर करता है।