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रूस ने यूक्रेन में तैनात रखा है BMPT टर्मिनेटर टैंक, जानें क्या हैं इसकी खूबियां

by City Headline

यूक्रेन के साथ युद्ध के बीच रूस ने अपने सबसे खतरनाक बीएमपीटी टर्मिनेटर टैंक (BMPT Terminator) को यूक्रेन में तैनात कर रखा है। पिछले साल सितंबर में रूस सेना ने युद्धाभ्यास के दौरान इस टैंक को ऑपरेशनल मंजूरी दी थी। अब रूसी सेना ने इसके नए वर्जन बीएमपीटी-72 को भी यूक्रेन के एक क्षेत्र में तैनात किया है। सैन्य अधिकारियों का कहना है कि ये टर्मिनेटर टैंक बाकी आर्मर्ड गाड़ियों के साथ मिलकर युद्ध के मैदान में व्यापक भूमिका निभा रहा है। जानिए यूक्रेन में तैनात किया टर्मिनेटर टैंक सपोर्ट सिस्टम क्या है और इसकी क्या-क्या खूबियां हैं।

टर्मिनेटर टैंक बाकी टैंकों के साथ यूक्रेन में कहर बरपा रहा है। यह सीमा इलाकों में गश्त कर भी सकता है। बताया जा रहा है कि बीएमपीटी टर्मिनेटर टैंक को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश पर तैनात किया गया है। 2022 की शुरुआत में ही टर्मिनेटर टैंक को औपचारिक रूप से रूसी सेना में तैनात किया गया था। रूस ने इसे साल 2017 में सीरिया के युद्धग्रस्त क्षेत्रों में तैनात किया था। सीरिया के हेममीम हवाई अड्डे पर जब सीरियाई राष्ट्रपति बशर असद, रूसी चीफ ऑफ जनरल वलेरी गेरासिमोव से मिले थे, तब उन तस्वीरों में यह टैंक दिखाई दिया था।

टर्मिनेटर या बीएमपीटी रूस की ओर से विकसित एक टैंक सपोर्ट फाइटिंग सिस्टम है। विशेषज्ञों का कहना है कि रूस ने टर्मिनेटर को अफगान और सीरिया के युद्धग्रस्त क्षेत्रों में इस्तेमाल किए जाने वाले मुख्य टैंकों की ताकत पहचानने के बाद विकसित किया था। इसको दुश्मन की पैदल सेना के खिलाफ रूसी टैंकों की रक्षा के लिए डिज़ाइन किया गया था। यह टैंक शहरी क्षेत्र में लड़ाई के दौरान अपने दूसरे टैंक और ऑर्मर्ड फाइटिंग व्हीकल को नजदीकी मदद देता है। जिससे दुश्मन की दांत खट्टे हो जाते हैं। कहा जाता है कि इसे पहली बार 9 साल पहले साल 2013 में रूसी आर्म्स एक्सपो में प्रदर्शित किया गया था।

ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीएमपी-टी टर्मिनेटर टैंक सपोर्ट वाहनों को रूस की सेना ने डोनबास के सेवेरोडनेट्स्क में तैनात किया है। रिपोर्ट में लिखा गया है कि टर्मिनेटर की उपस्थिति से पता चलता है कि सेंट्रल ग्रुपिंग ऑफ फोर्स (सीजीएफ) भी यूक्रेन में हमलों में शामिल है। सीजीएफ इस वाहन को क्षेत्ररक्षण करने वाला एकमात्र रूसी सेना का ग्रुप है। सीजीएफ यूक्रेन में हमलों के पहले चरण के दौरान पूर्वी कीव तक पहुंचने में असफल रहा था।

टर्मिनेटर टैंक के मुख्य हथियारों में 130 एमएम की एटाका-30 मिसाइल लॉन्चर, दो 30 मिमी 2 ए, 42 ऑटो-तोप शामिल हैं। इस टैंक के दूसरे हथियारों में दो 30 मिमी एजी -17 डी ग्रेनेड लांचर और 7.62 मिमी पीकेटीएम मशीन गन हैं। टर्मिनेटर टैंक एक साथ सभी दिशाओं में फायरिंग कर सकता है। साथ ही यह दुश्मन की गोलीबारी को धवस्त करने में भी सक्षम है। यह हल्के और भारी बख्तरबंद लक्ष्यों को भी नष्ट कर देता है, जिससे दुश्मनों के हेलिकॉप्टर, ड्रोन और कम ऊंचाई पर उड़ने वाले हवाई जहाजों को गिरने का खतरा होता है। इसको बनाने वाले यूराल्वगोनज़ावोड ने ही इस टैंक को टर्मिनेटर का नाम दिया था।

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