रामायण भगवान राम की आदर्श कथा है और भारत में इसे धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है। वहीं, कई अन्य देश भी हैं जहां रामायण को एक महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ माना जाता है और कुछ देशों ने इसे राष्ट्रीय पुस्तक का दर्जा भी दिया है। इन देशों में सम्मिलित हैं।
थाईलैंड: रामायण को यहाँ राष्ट्रीय पुस्तक का दर्जा प्राप्त है, जिसे थाई भाषा में “राम-कियेन” कहा जाता है। यहाँ रामायण का विशेष महत्व है और इसे थाई साहित्य और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। थाई राजा को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है और यहाँ राम को भी राजा के रूप में समर्पित किया गया है।
इंडोनेशिया: रामायण को यहाँ राष्ट्रीय काव्य माना जाता है। इंडोनेशिया में भी रामायण का बड़ा प्रचार है, और इसे विश्व प्रसिद्ध काव्य ग्रंथ के रूप में माना जाता है। इंडोनेशिया ने 1973 में पहला अंतरराष्ट्रीय रामायण सम्मेलन भी आयोजित किया था।
बर्मा: यहाँ रामायण को अनौपचारिक रूप से राष्ट्रीय महाकाव्य माना जाता है, जिसे यमयान के नाम से भी जाना जाता है।
मलेशिया: रामायण को यहाँ “हिकायत सेरी राम” के नाम से जाना जाता है और यहाँ भी इसका बड़ा महत्व है।
इन देशों के अलावा, भारत के नेपाल, कंबोडिया, जावा, चीन में भी रामायण का बड़ा महत्वपूर्ण स्थान है।