सीएम योगी और पीएम मोदी की अहम बैठक: महाकुंभ और उपचुनाव की तैयारियों पर हुई चर्चा.उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राजधानी दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक की। यह बैठक प्रधानमंत्री आवास 7 लोककल्याण मार्ग पर रविवार को लगभग एक घंटे तक चली। इसमें आगामी महाकुंभ 2025 और राज्य विधानसभा की नौ सीटों पर होने वाले उपचुनावों पर गहन विचार-विमर्श हुआ।
महाकुंभ के लिए प्रधानमंत्री को निमंत्रण
सीएम योगी ने पीएम मोदी को अगले साल जनवरी में प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ में आने का औपचारिक निमंत्रण दिया। इस मौके पर महाकुंभ के जरिए हिंदू समाज में एकजुटता का संदेश देने और आयोजन को भव्य और सुरक्षित बनाने की योजना पर भी चर्चा हुई। संघ प्रमुख मोहन भागवत से हुई पिछली बैठक में भी सीएम योगी ने महाकुंभ में विविध समुदायों को आमंत्रित करने की योजना साझा की थी, जिसका संघ ने समर्थन किया था।
69 हजार शिक्षक भर्ती मामला: विवाद का हल संभव
स्रोतों के अनुसार, बैठक के दौरान 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले से संबंधित विवाद के संभावित राजनीतिक समाधान पर चर्चा हुई। यह कदम ओबीसी समुदाय के हितों और समर्थन को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। अगर इस विवाद का समाधान उपचुनाव से पहले निकाल लिया जाता है, तो यह भाजपा को महत्वपूर्ण राजनीतिक लाभ पहुंचा सकता है।
कैबिनेट बैठक में 23 से अधिक प्रस्ताव
सोमवार को सीएम योगी की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट बैठक में उद्योग, नगर विकास, और महाकुंभ जैसे विषयों से जुड़े 23 से अधिक प्रस्तावों को मंजूरी मिलने की संभावना है। यह बैठक राज्य में निवेश और विकास परियोजनाओं को गति देने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
‘बटेंगे तो कटेंगे’ से ‘एक हैं तो सेफ हैं’ तक का सफर
सीएम योगी ने पहले बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के मुद्दे पर ‘बटेंगे तो कटेंगे’ का नारा दिया था, जिसका समर्थन संघ ने किया था। इसके बाद पीएम मोदी ने इसे विस्तार देते हुए ‘एक हैं तो सेफ हैं’ का नारा दिया, जो हाल के झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव प्रचार में चर्चा का विषय रहा है।