बागपत
दो बहनों के बाद मेरठ के अस्पताल में उपचाराधीन मां ने भी दम तोड़ दिया। एक ही परिवार में तीन दिन में तीन मौत होने से गांव में शोक और आक्रोश है। गुरुवार को मां व छोटी बेटी का शव पोस्टमार्टम के बाद गांव में लाया गया तो महिलाओं ने सड़क पर ही एंबुलेंस रोक ली और धरना देकर बैठ गईं। हंगामा किया।
बता दें कि बाद में डीएम व एसपी ने पीडि़त परिवार को उचित मदद करने का आश्वासन दिया। इसके बाद स्वजन ने शवों का अंतिम संस्कार किया। इस मामले में दारोगा समेत छह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। बड़ौत तहसील के बाछौड़ गांव में तीन मई को युवक प्रिंस गांव की ही कोमल को बहला फुसलाकर ले गया था।
कोमल के स्वजन द्वारा मुकदमा दर्ज कराने के बाद पुलिस दोनों को तलाश रही थी। 24 मई की शाम दोनों को बरामद करने के लिए पुलिस ङ्क्षप्रस के घर पहुंची थी। पुलिस की मौजूदगी में दबाव के चलते प्रिंस की मां गीता उर्फ अनुराधा, बड़ी बहन स्वाति और प्रीति ने जहरीला पदार्थ निगल लिया था। उपचार के दौरान 24 मई को स्वाति व 25 मई को प्रीति की मौत हो गई थी।
गुरुवार तड़के मां गीता की भी मौत हो गई। शाम चार बजे गीता और प्रीति के शव गांव में पहुंचे, तो महिलाओं ने हंगामा करते हुए धरना दिया। आक्रोशित स्वजन और ग्रामीणों ने दारोगा समेत छह आरोपितों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग पर देर शाम तक अड़े रहे।
आपको बता दें कि अधिकारियों की वार्ता के बाद समाधान नहीं निकला, तो देर शाम डीएम राजकमल यादव व एसपी नीरज कुमार जादौन गांव पहुंचे। रात आठ बजे डीएम व एसपी ने पीड़ित परिवार की उचित मदद करने का आश्वासन दिया। इसके बाद स्वजन ने गांव के श्मशान में मां-बेटी के शवों का अंतिम संस्कार किया।