भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने पाकिस्तान की विदेशी मुद्रा भंडार से लगभग 72 गुना अधिक होकर अपनी सुरक्षा बढ़ा ली है। इस अंतर से साफ है कि भारत की विदेशी मुद्रा भंडार ने हाल ही में 14 जून को समाप्त हुए सप्ताह में अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा है, जब वह 655.82 अरब डॉलर था।
गोल्ड रिजर्व के मूल्य में गिरावट की खबर से रिजर्व बैंक ने बताया कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान स्वर्ण आरक्षित भंडार का मूल्य 1.01 अरब डॉलर घटकर 55.97 अरब डॉलर रहा। विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) में 5.4 करोड़ डॉलर की कमी से यह भंडार 18.11 अरब डॉलर रहा। इसके अलावा, रिजर्व बैंक ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) के पास भारत की आरक्षित जमा 24.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.58 अरब डॉलर हो गई।
पाकिस्तान के खजाने में थोड़ी वृद्धि हुई है, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) ने बताया कि इसके विदेशी मुद्रा भंडार में 31 मिलियन डॉलर का वृद्धि हुआ है। इससे 14 जून को समाप्त हुए सप्ताह में पाकिस्तान का कुल विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 9.1 अरब डॉलर हो गया है। बैंक ने दावा किया है कि कमर्शियल बैंकों के पास मौजूद कुल विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 5.3 अरब डॉलर पर पहुँच गया है। एसबीपी के अनुसार, पाकिस्तान के पास कुल लिक्विड विदेशी भंडार लगभग 14.4 अरब डॉलर है।