Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अलग-अलग पार्टियों से बागी हुए करीब 50 नेताओं ने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया है. महायुति के सबसे अधिक 36 बागी नेताओं ने पर्चे दाखिल किए हैं तो वहीं महाविकास आघाड़ी के 14 बागी भी निर्दलीय मैदान में उतरे हैं. जिसकी वजह से महायुति और महाविकास आघाड़ी की टेंशन बढ़ने वाली है. महाराष्ट्र की 288 सदस्यों वाली विधानसभा का चुनाव एक चरण में 20 नवंबर को कराया जाएगा जिसकी गिनती 23 नवंबर को होगी. उससे पहले प्रदेश की सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है.
महायुति गठबंधन में शामिल बीजेपी में बगावत का दौर सबसे ज्यादा देखा गया. पार्टी के 19 बागी नेताओं ने टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया. इसके अलावा शिवसेना शिंदे और एनसीपी अजित पवार गुट के एक बागी नेता ने पर्चा दाखिल किया है. बागियों को लेकर महायुति की आज महत्वपूर्ण बैठक हो सकती है. वहीं महाविकास आघाड़ी में सबसे अधिक बागी कांग्रेस से 10 और उद्धव गुट से भी कुछ बागियों ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है. बागियों की वजह से दोनों प्रमुख गठबंधन का खेल बिगड़ सकता है.
‘बागियों को उम्मीदवारी वापस लेनी चाहिए’
वहीं आईएएनएस से बातचीत के दौरान बागियों को लेकर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पहली बार ऐसा नजर आया है कि महायुति हो या महाविकास अघाड़ी सभी पार्टियों में बागियों की संख्या बहुत ज्यादा हो गई है. लेकिन हमें पूरा विश्वास है कि महायुति के बागी उम्मीदवारों का विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर है. हमारे जो रिबेल उम्मीदवार हैं उनको अपनी उम्मीदवारी पीछे लेनी चाहिए.
‘महाविकास अघाड़ी का महाविनाश होने वाला है’
इसके साथ ही शिवसेना (यूबीटी) सांसद अरविंद सावंत के शिवसेना शिंदे की शाइना एनसी पर दिए विवादित बयान को लेकर अठावले ने कहा कि महाविकास अघाड़ी का महाविनाश होने वाला है. जिस तरीके से बिना पानी की मछली तड़पती है, उसी तरीके से बिना सत्ता के कांग्रेस तड़प रही है और इस तरीके की बयानबाजी कर रही है.