अंबेडकरनगर
प्रलोभन देकर मतांतरण कराने पर पुलिस ने सगे भाइयों समेत तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। मामला हंसवर थाने के हरनीडीह लखनपुर गांव का है। ईसाई मिशनरियों द्वारा मतांतरण का यह खेल यहां अर्से से चल रहा था। पुलिस के कड़े रुख से गिरोह के लोगों में खलबली मची है।
समाज के कम पढ़े-लिखे तबके ईसाई मिशनरियों के निशाने पर हैं। खासकर, दलित बस्तियों में लोगों को इकट्ठा कर उन्हें तरह-तरह के प्रलोभन देकर ईसाइयत से जुड़ने का दबाव बनाया जा रहा है। हंसवर थाने के हरनीडीह गांव में भी यह खेल लंबे समय से चल रहा है। रोज-रोज के तमाशे से तंग आसपास के लोगों ने रविवार को इसकी जानकारी पुलिस को दी, लेकिन कार्रवाई की जगह वह इसे दबाने में जुटी रही।
आरएसएस से जुड़े अरविंद पांडेय आदि को इसकी भनक लगी तो उन्होंने एसपी से लेकर आइजी तक से इसकी शिकायत की। फटकार पड़ने पर हरकत में आई हंसवर पुलिस ने देर शाम को छापेमारी कर यहां के बसंतलाल व उसके दोनों पुत्र वीरेंद्र और जोगिंदर को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से क्रास के निशान के साथ बाइबिल आदि बरामद की गई है।
अरविंद पांडेय की तहरीर पर थाने में दर्ज मुकदमे के अनुसार बसंतलाल रविवार को अपने घर पर यीशु मसीह की प्रार्थना सभा करवा रहा था। इसमें उसके परिवार के साथ गांव की 25-30 दलित महिलाएं शामिल थीं। इन्हें तरह-तरह के प्रलोभन देकर मतांतरण कराने का प्रयास चल रहा था। एएसपी संजय राय ने बताया कि हरनीडीह में प्रलोभन देकर मतांतरण कराने की शिकायत मिली थी।
तीन लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की गई। आरोपों की पुष्टि होने पर बसंतलाल तथा इसके पुत्रों वीरेंद्र व जोगिंदर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सोमवार को उन्हें जेल भेज दिया गया। ईसाई मिशनरियों द्वारा मतांतरण का खेल मालीपुर व जलालपुर थाने के कई गांवों में वर्षों से चल रहा था।
यहां हर रविवार को चंगाई सभा लगाकर लोगों को प्रलोभन दिया जाता था। यह जाल स्कूलों तक फैला था। बच्चों और उनके अभिभावकों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए तरह-तरह से प्रेरित किया जाता था। जब मीडिया ने इससे जुड़ी खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित किया तो पुलिस ने गांव-गांव लगने वाली इस सभा को बंद कराकर कुछ लोगों को जेल भी भेजा था। लेकिन, अब ये गतिविधियां दूसरे क्षेत्रों में शिफ्ट हो रही हैं।