मेरठ
बुलंदशहर के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अभिषेक पांडेय परिषदीय विद्यालयों में नक्षत्रशाला स्थापित कर नवाचार की दुनिया में सुर्खियां बटोर चुके हैं। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी उनकी प्रशंसा की थी। अब वह बेसिक शिक्षा को नागरिक विज्ञान से जोडऩे की दिशा में काम कर रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने मंगलवार को प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा को अपना ऑनलाइन प्रेजेंटेशन भी दिया है। साथ ही बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप ङ्क्षसह को भी विस्तार से बताया है।
अभिषेक पांडेय का मानना है कि बेसिक शिक्षा में चल रहे मिशन कायाकल्प 1.0 के तहत स्कूलों की इमारतों एवं बुनियादी सुविधाओं पर काफी काम हुआ है लेकिन अब जरूरत है मिशन कायाकल्प 2.0 की। इसमें बेसिक शिक्षा को नागरिक विज्ञान से जोड़कर बच्चों में, आओ करके सीखें की समझ विकसित की जा सकेगी। यह शिक्षा को गुणवत्तापरक एवं रोजगारपरक बनाने की दिशा में अहम कारक बन सकता है।
दुनिया के वैज्ञानिकों के पास दो तरह की समस्या है। या तो किसी विषय पर उनके पास ज्यादा डाटा मौजूद नहीं है या किसी विषय पर उनके पास जरूरत से ज्यादा डाटा है। सस्ते वैज्ञानिक उपकरण मुहैया कराकर बच्चों एवं आम नागरिक को जागरूक कर वैज्ञानिकों की जरुरत का डाटा आसानी में एकत्र किया जा सकता है। इससे लोगों में विज्ञान के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और कोरोना जैसी वैश्विक समस्या से निपटने में भी यह ज्ञान लाभकारी होगा। अभी नार्वे और स्लोवेनिया ने ही नागरिक विज्ञान को बेसिक शिक्षा से जोड़ा है। हालांकि यूरोपीय संघ और अमेरिका में यह तेजी से विस्तार ले रहा है।
मेरठ में जन्मे और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी (एमआइटी) अमेरिका में शिक्षा लेने वाले वैज्ञानिक मनु प्रकाश ने बुलंदशहर में स्थापित नक्षत्रशालाओं के लिए निशुल्क पांच सौ माइक्रोस्कोप (फोल्ड स्कोप) दिए हैं। कागज के बने यह माइक्रोस्कोप बेहद हल्के और कारगर हैं। अमेरिका में इन्हें वन डालर माइक्रोस्कोप कहते हैं। मनु इनका निर्माण चीन में कर रहे हैं।