मुख्यमंत्री योगी ने निर्देशित किया कि सड़क सुरक्षा के व्यापक महत्व को देखते हुए पुलिस, यातायात, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा, उच्च शिक्षा, परिवहन, नगर विकास, लोक निर्माण विभाग आदि संबंधित विभागों के परस्पर समन्वय से जागरूकता अभियान की कार्ययोजना तैयार की जाए। 18 मई, 2022 को इस कार्ययोजना के साथ प्रदेश के सभी नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ संवाद होगा, जिसके उपरान्त सड़क सुरक्षा अभियान प्रारम्भ किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेसिक और माध्यमिक स्कूलों में बच्चों को यातायात नियमों के पालन के लिए विशेष प्रयास किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक नियमों के पालन का संस्कार बच्चों को शुरुआत से ही दिया जाना चाहिए। उन्होंने यातायात नियमों के संबंध में प्रधानाचार्यों, प्राचार्यों, विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिए जाने तथा अभिभावकों के साथ विद्यालयों में बैठक किए जाने के भी निर्देश दिए।
इसी के साथ ही उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों द्वारा जागरूकता विषयक प्रभात फेरी निकाली जाए। लोगों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी देते हुए उनके पालन करने के लिए जागरूक किया जाए। सड़कों पर स्पीड ब्रेकर की खराब डिजाइन आए दिन दुर्घटनाओं का कारक बनती है। इस दिशा में विशेष ध्यान दिए जाए। फिटनेस के मानकों पर फेल बसों को किसी भी दशा में सड़क पर न चलने दिया जाए।
आपको बता दें कि सीएम ने आदेश देते हुए कहा है कि आगामी 03 जून को प्रदेश में 75 हजार करोड़ रुपए की निवेश परियोजनाओं के साथ तीसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन होने जा रहा है। इसकी सभी तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं।