फर्रुखाबाद
जनपद हरदोई के लोनार थाना क्षेत्र के गांव मत्तीपुर निवासी गिरिशा की हत्या का राजफाश गुरुवार को कर दिया गया था। पुलिस ने घटना में शामिल महिला, उसके ममेरे भाई और चालक को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया। अपर पुलिस अधीक्षक अजय प्रताप और सीओ अमृतपुर अजेय कुमार शर्मा ने बताया कि गिरिशा की हत्या के मामले में जहानगंज थाना क्षेत्र के न्यामतपुर ठाकुरान निवासी नीतू उर्फ पूजा उर्फ आरजू उर्फ सोनी, उसके ममेरे भाई अभिषेक उर्फ गोलू सिंह और दानमंडी निवासी ड्राइवर गौरव तिवारी को गिरफ्तार किया गया है।
नीतू शहर के सिद्ध विनायक कालोनी चांदपुर में रह रही है। उसने राजेपुर थाना प्रभारी दिनेश गौतम को बताया कि 10 वर्ष पहले पति कृष्णा सिंह ने उसे छोड़ दिया था। इसके बाद उसने अमृतपुर थाना क्षेत्र के गांव कोला सोता निवासी राजकुमार सिंह से कोर्ट मैरिज कर ली थी। एक दिन उसने पति राजकुमार के मोबाइल फोन पर गिरिशा की काल रिकॉर्डिंग सुनी थी।
राजकुमार ने उसे बताया था कि गिरिशा उसके गांव कोलासोता की है। उसकी शादी हरदोई के मत्तीपुर में हुई थी। उसके पति की मौत हो चुकी है। जिस कारण वह उनसे कभी-कभी बात कर लेती है। इसके बाद से राजकुमार से उसकी अनबन शुरू हो गई। 15 मई को उसका ममेरा भाई अभिषेक उर्फ गोलू गिरिशा देवी को लेकर घर आया। चाय नाश्ता के दौरान उसने गोलू से महिला के बारे में पूछा। गोलू ने बताया कि गिरिशा गंगा स्नान करने आई है। दूसरे दिन चली जाएगी।
इस दौरान उसे जानकारी हुई कि यह वही महिला है, जिससे उसके पति राजकुमार से बातचीत होती थी। अब उसने उसके भाई गोलू को भी फंसा लिया है। उसी रात उसने गिरिशा को ठिकाने लगाने का मन बना लिया था। उसने गोलू को दूसरे कमरे में सोने भेज दिया। जबकि गिरीशा को दूसरे कमरे में सुला दिया। इसके बाद उसने कपड़े धोने वाले पिटनी से उसके सिर और चेहरे पर वार किया। जिससे गिरिशा बेड के नीचे गिर गई।
कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। इसके बाद चुनरी से गिरिशा का गला कस दिया। सुबह पांच बजे जब गोलू ने गिरिशा का शव देखा तो उसे समझाकर शांत कर दिया। घटना के दूसरे दिन रात को चालक गौरव और गोलू के सहयोग से गिरिशा का शव शेराखार गौटिया में डाल आए। खून से सनी हुई पिटनी और गिरिशा के मोबाइल फोन को घर के पास शटरिंग की गोदाम में स्थित केले के पेड़ों में छिपा दी थी जबकि खून से सने हुए कपड़े जला दिए थे।
गिरिशा के मोबाइल फोन को पुलिस ने सर्विलांस पर लगाया। इस दौरान गिरिशा की अंतिम लोकेशन चांदपुर में मिली। उसके नंबर पर गोलू की सर्वाधिक बातचीत हुई। गोलू की भी लोकेशन चांदपुर में मिली। इसके बाद पुलिस हत्यारोपितों तक पहुंच गई और सफलता मिल गई।