प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आज जैन अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन के आयोजन जीतो कनेक्ट-2022 (JITO Connect-2022) के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (Prime Minister Office) ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा था कि प्रधानमंत्री छह मई को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से इस कार्यक्रम को संबोधित करेंगे. जैन अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन (Jain International Trade Organisation) दुनियाभर के जैन समुदाय को एक मंच प्रदान करने वाला वैश्विक संगठन है. जीतो कनेक्ट कार्यक्रम के माध्यम से ये संगठन व्यवसाय व उद्योग जगत को आपसी नेटवर्किंग और निजी संवाद के माध्यम से आगे बढ़ने का रास्ता प्रदान करता है.
तीन-दिवसीय जीतो कनेक्ट-2022 का आयोजन पुणे स्थित गंगाधाम एनेक्स की ओर से छह से आठ मई तक किया जा रहा है. इसमें व्यवसाय और अर्थव्यवस्था से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर अलग-अलग सत्र आयोजित किए जाएंगे. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को गेहूं की आपूर्ति, भंडार और निर्यात की स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने गुणवत्ता मानदंडों और मानकों को सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए, ताकि भारत को खाद्यान्न और अन्य कृषि उत्पादों के एक पक्के स्रोत के रूप में विकसित किया जा सके.
जीतो कनेक्ट-2022 के उद्घाटन सत्र को कल संबोधित करेंगे पीएम मोदी
At 10:30 AM tomorrow, 6th May, will address the inaugural ceremony of JITO Connect. This platform, organised by the Jain International Trade Organisation (JITO), will bring together young businesspersons who are doing work in different fields.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 5, 2022
पीएम मोदी ने गेहूं की खरीद और निर्यात की भी समीक्षा की
प्रधानमंत्री मोदी ने जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस की तीन दिवसीय यात्रा से लौटने के कुछ घंटे बाद यह महत्वपूर्ण बैठक की. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि मोदी ने गेहूं की आपूर्ति, भंडार और निर्यात के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा के लिए एक बैठक की. बयान में कहा गया कि उन्हें मार्च-अप्रैल 2022 के महीनों में फसल उत्पादन पर गर्मी के प्रभाव के बारे में जानकारी दी गई. साथ ही गेहूं की खरीद और निर्यात की समीक्षा की गई.
भारत के कृषि उत्पादों की बढ़ती मांग के मद्देनजर प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि गुणवत्ता मानदंडों और मानकों को सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जाएं. उन्होंने भारत को खाद्यान्न और अन्य कृषि उत्पादों के पक्के स्रोत के रूप में विकसित करने का आह्वान भी किया. मोदी ने अधिकारियों से किसानों को अधिकतम मदद पहुंचाने के लिए भी कहा. पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री को मौजूदा बाजार दरों के बारे में भी बताया गया, जो किसानों के लिए फायदेमंद हैं. बैठक में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, सलाहकार, कैबिनेट सचिव, खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग तथा कृषि विभाग के सचिव शामिल हुए.