प्रयागराज
औद्योगिक क्षेत्र के नेवादा समोगर गांव के समीप एक अपार्टमेंट में रहने वाले रेलवे के ठेकेदार ने गुरुवार की रात अपनी लाइसेंसी पिस्टल से स्वयं को गोली मारकर मौत को गले लगा लिया। वह पिछले कई दिनों से घरेलू कलह से काफी परेशान रहते थे।
बता दें कि मूल रूप से चंदौली के हिंदवारी अली नगर निवासी विभूति नारायण सिंह (50) पुत्र हंस नारायण सिंह रेलवे में ठेकेदारी करते थे। वह औद्योगिक क्षेत्र के एक अपार्टमेंट में रहते थे। उनका परिवार चंदौली में ही रहता है। गुरुवार की रात काफी देर तक वह शराब पीते रहे। उनके साथ उनके सुपरवाइजर जितेंद्र मिश्रा और इंद्रजीत यादव भी थे। रात 12 बजे के करीब दोनों सोने चले गए।
इसके बाद विभूति नारायण कमरा बंद कर अपनी लाइसेंसी पिस्टल से स्वयं को गोली मार लिया। गोली की आवाज सुनकर दोनों सुपरवाइजर जब कमरे के पास गए तो दरवाजा बंद था। उन्होंने घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर देखा तो वह दम तोड़ चुके थे। पुलिस के मुताबिक वह पिछले कई दिनों से पारिवारिक कलह से काफी परेशान थे।