मोहाली
मोहाली सेक्टर -77 में पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस दफ्तर की तीसरी मंजिल पर (रॉकेट प्रोपैल्ड ग्रेनेड) आरपीजी फायर हुआ। यह ग्रेनेड खिड़की तोड़ते हुए अंदर जा गिरा लेकिन ग्रेनेड फटा नहीं। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार यह फायर इंटेलिजेंस की बिल्डिंग को टारगेट करके किया गया था।
ग्रेनेड के जरिए इंटेलिजेंस की बिल्डिंग उड़ाने का प्लान था। आईजी इंटेलिजेंस, एसएसपी मोहाली के साथ पूरे जिले के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गए। सेक्टर -77 का पूरा एरिया सील कर लिया गया है। फिलहाल कोई भी अधिकारी कुछ बताने को तैयार नहीं है। पूरे एरिया में दहशत का माहौल है। मोहाली में रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया है। मौके पर सभी सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली जा रही है।
आरपीजी फायर से इंटेलिजेंस बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर बने ऑफिस की खिड़की टूटने के बाद दीवार भी डैमेज हुई बताई जा रही है। कुछ दिन पूर्व ही चंडीगढ़ की बुडैल जेल के बाहर भी है विस्फोटक सामग्री मिली थी। जेल की पिछली दीवार को उड़ाने की साजिश के तहत यह विस्फोटक यहां रखे गए थे। मोहाली के सेक्टर 77 स्थित पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हेड क्वार्टर पर राकेट लॉन्चर ग्रेनेड हमले के बाद जिला पुलिस ने इस संबंध में करीब 12 व्यक्तियों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
इस दौरान पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकू) एक्ट 2008 की धारा 16 व बिस्फोटक एक्ट की धारा 16 के तहत सोहाना थाने में मामला दर्ज कर लिया है। इस केस में पंजाब इंटेलिजेंस हेड क्वार्टर मोहाली के इंचार्ज सब इंस्पेक्टर बलकार सिंह के बयान पर मामला दर्ज किया गया है। दर्ज करवाई शिकायत के अनुसार पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हेड क्वार्टर मोहाली के सुरक्षा इंचार्ज बलकार सिंह ने बताया कि वह शाम को ड्यूटी पर थे और सोमवार शाम करीब 7:45 पर जोरदार धमाका हुआ और और वह तीसरी मंजिल पर गए तो उन्होंने कमरा नंबर -41 में धुंआ निकलता देखा।
जब वह अंदर गए तो देखा कि रॉकेट के साथ चलने वाला ग्रेनेड जो खिड़की का शीशा तोड़कर कमरे में पड़ी कुर्सी पर गिरा हुआ था। उन्होंने बताया कि ग्रेनेड पहले छत के साथ टकराया और फिर कुर्सी पर गिरा जिस कारण कमरे में कांच बिखरा पड़ा था। पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हेड क्वार्टर के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि वह आज ही इस केस को सुलझाने की उम्मीद है क्योंकि वह केस को ट्रैक करने के बहुत नजदीक है। इस मामले पहले भी कुछ व्यक्तियों को हिरासत में लिया जा चुका है।