मुजफ्फरनगर
सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर छात्रों से ठगी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को सिविल लाइंस थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। कोचिंग सेंटरों में तैयारी कर रहे छात्रों को आरोपित अपना निशाना बनाकर फंसाते थे।
सोमवार को सिविल लाइंस थाने में प्रेसवार्ता में एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि मोहल्ला रामपुरी गेट पर कोचिंग सेंटर संचालक अंकुर ने सिविल लाइंस थाने में एक महीना पूर्व मुकदमा दर्ज कराया था। उसमें नौकरी दिलाने का झांसा देकर छात्रों से ठगी करने का आरोप लगाया था। मुकदमे में आरोपितों को नामजद किया गया था।
एसपी सिटी ने बताया कि आरोपित मो. राशिद निवासी इंदिरानगर लखनऊ को सिविल लाइंस थाना पुलिस ने मुजफ्फरनगर में महावीर चौक से गिरफ्तार किया, जबकि रोहित निवासी मछली फाटक कालोनी थाना ठाकुरगंज लखनऊ, लक्खी पांडे निवासी टुंडा कालोनी तेजबाग थाना पीजीआइ, लखनऊ और अंकित वर्मा निवासी ग्राम कपारिया थाना मंसूरी बाराबंकी को वहलना चौक के पास से गिरफ्तार किया।
एसपी सिटी ने बताया कि मेरठ, मुजफ्फरनगर, आगरा, अलीगढ, मैनपुरी, एटा स्थित कोचिंग सेंटरों में तैयारी करने वाले छात्रों को यह गिरोह निशाना बनाता था। बेरोजगारों को सिंचाई विभाग, ड़ाकखाना व भारतीय खाद्य निगम में नौकरी लगवाने का झांसा देकर संबंधित विभाग के फर्जी नियुक्ति पत्र तक देकर रुपये हड़प लिए जाते थे। छात्रों को विश्वास दिलाने के लिए उन्हें लखनऊ बुलाकर दो महीने का प्रशिक्षण व वेतन के नाम पर कुछ रुपये भी देते थे। गिरफ्तार चारों आरोपितों को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से इन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।