नई दिल्ली । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी के अपने दौरे के दूसरे दिन दिल्ली के अपने समकक्ष अरविंद केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद सियासत गरमा गई है क्योंकि विपक्ष अगले लोकसभा चुनावों के लिए सजहा पीएम उम्मीदवार की लाबिंग में जुटा हुआ है। बैठक में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और जनता दल-युनाइटेड के नेता संजय झा भी मौजूद थे। केजरीवाल ने ट्वीट दिया, मेरे घर आने के लिए नीतीश जी को बहुत-बहुत धन्यवाद। शिक्षा, स्वास्थ्य, ऑपरेशन लोटस सहित देश के कई गंभीर मुद्दों, इन लोगों द्वारा खुलेआम विधायकों को खरीदना और जनता द्वारा चुनी गई सरकारों को गिराना, भाजपा सरकारों के बढ़ते निरंकुश भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी पर चर्चा हुई।
राहुल गाँधी, येचुरी से भी मिले नीतीश, मुलाकात के बाद कहा -केवल बिहार नहीं , देश का मॉडल बनाने पर काम कर रहे हैं
नीतीश कुमार ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की थी। राहुल गांधी से मुलाकात के बाद मंगलवार को यहां भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता डी राजा और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने एक बार फिर कहा कि वह प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं और न ही इसकी इच्छा रखते हैं । राजा ने जद यू द्वारा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का साथ छोड़े जाने का स्वागत करते हुए कहा कि बिहार के मॉडल का प्रभाव समूचे देश पर पड़ता है और इसके दूरगामी राजनीतिक परिणाम होंगे। उन्होंने कहा कि सभी दलों को एकजुट होना चाहिए जिससे कि भाजपा को परास्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस मुहिम में हम नीतीश जी के साथ हैं।
एक सवाल के जवाब में कुमार ने कहा कि बिहार मॉडल क्या है हम देश में शासन का मॉडल बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। कुमार ने कहा कि यदि वाम दल, क्षेत्रीय दल और कांग्रेस एक साथ आ जाये तो यह बहुत बड़ी बात होगी। येचुरी ने कहा कि कुमार का वामदल के पास आना देश में राजनीति के लिए सकारात्मक संकेत है। सभी विपक्षी दलों को मिलकर देश तथा संविधान को बचाना होगा। कुमार ने गांधी से मुलाकात के बाद जनता दल एस के नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के साथ भी बातचीत की थी।