नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नागपुर दौरे और संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात के बाद यह साफ हो गया है कि बीजेपी और आरएसएस के रिश्ते फिर से मजबूत हो रहे हैं। बीजेपी के लिए संघ से करीबी बनाना अब और भी महत्वपूर्ण हो गया है। वरिष्ठ पत्रकार नीरजा चौधरी ने *इंडियन एक्सप्रेस* में प्रकाशित अपने लेख में संघ और बीजेपी के रिश्तों पर विस्तार से चर्चा की है।
नीरजा चौधरी कहती हैं, “11 साल बाद आरएसएस मुख्यालय पहुंचे पीएम मोदी की यह यात्रा इस बात का संकेत है कि बीजेपी के लिए संघ का समर्थन अब भी कितना अहम है।” इस मुलाकात के दौरान दोनों पक्षों ने पुराने मतभेदों को दूर करने और भविष्य में एकसाथ काम करने पर सहमति जताई। यह घटना प्रमोद महाजन के उस बयान को भी सही साबित करती है, जिसमें उन्होंने 21 साल पहले कहा था कि बीजेपी में असली ताकत का फैसला संघ ही करता है।
यह घटनाक्रम दिखाता है कि संघ और बीजेपी के रिश्ते अब पहले से कहीं ज्यादा मजबूत और सामंजस्यपूर्ण हो गए हैं, जो आने वाले समय में दोनों संगठनों के बीच और गहरे रिश्तों की ओर इशारा करता है।