नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि नई सरकार बनने के बाद हमने अलग जल शक्ति मंत्रालय बनाया। हर जल पहुंचाने के अभियान पर 3 लाख 60 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सात दशकों में जितना काम हुआ था, उससे दोगुने से ज्यादा काम देश ने तीन साल में करके दिखाया है।
प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 100 साल की सबसे बड़ी महामारी की वजह से रुकावटें आईं लेकिन इसके बावजूद इस अभियान की गति कम नहीं हुई। सिर्फ तीन साल के भीतर जल जीवन मिशन के तहत सात करोड़ ग्रामीण परिवारों को पाइप के पानी की सुविधा से जोड़ा गया है। ये कोई सामान्य उपलब्धि नहीं है।
उन्होंने कहा कि अमृत काल में भारत जिन विशाल लक्ष्यों पर काम कर रहा है, उससे जुड़े तीन अहम पड़ाव हमने आज पार किए हैं। आज देश के 10 करोड़ ग्रामीण परिवार पाइप द्वारा स्वच्छ जल की सुविधा से जुड़ चुके हैं। ये हर घर जल पहुंचाने की सरकार की बहुत बड़ी सफलता है। ये सबका प्रयास का बेहतरीन उदाहरण भी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने और विशेषकर गोवा ने आज एक उपलब्धि हासिल की है। आज गोवा देश का पहला राज्य बना है, जिसे हर घर जल सर्टिफाई किया गया है। दादरा नगर हवेली एवं दमन और दीव भी हर घर जल सर्टिफाइड केंद्र शासित राज्य बन गए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की तीसरी उपलब्धि स्वच्छ भारत अभियान से जुड़ी है। कुछ साल पहले सभी देशवासियों के प्रयासों से देश खुले में शौच से मुक्त घोषित हुआ था। इसके बाद हमने संकल्प लिया था कि गांवों को ओडीएफ प्लस बनाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में अब रामसर साइट्स यानि वेटलैंड्स की संख्या भी बढ़कर 75 हो गई है। इनमें से भी 50 साइट्स पिछले आठ वर्षों में ही जोड़ी गई हैं, यानि जल सुरक्षा के लिए भारत चौतरफा प्रयास कर रहा है और इसके हर दिशा में नतीजे भी मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार बनाने के लिए उतनी मेहनत नहीं करनी पड़ती लेकिन देश बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है। उन्होंने कहा कि हम सभी ने देश बनाने का रास्ता चुना है, इसलिए देश की वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों का लगातार समाधान कर रहे हैं।
देश में जल क्षेत्र में तीन साल में सात दशक से ज्यादा काम किया: प्रधानमंत्री
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