दिल्ली विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने अपनी एंट्री कर दी है और मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से ताहिर हुसैन को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। ताहिर हुसैन, जो 2020 के दिल्ली दंगों के आरोपी हैं, ने हाल ही में ओवैसी की पार्टी जॉइन की। ओवैसी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से इसकी जानकारी दी, जिसमें उन्होंने बताया कि ताहिर हुसैन को AIMIM की ओर से मुस्तफाबाद सीट से उम्मीदवार बनाया जाएगा। इस दौरान ताहिर हुसैन के परिजनों और समर्थकों ने ओवैसी से मुलाकात की और पार्टी में शामिल हुए।ताहिर हुसैन पहले आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षद थे, लेकिन दिल्ली दंगों के बाद उनका नाम सामने आने पर AAP ने उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया। हुसैन पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली दंगों के दौरान आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या कराने में भूमिका निभाई थी। दंगों के दौरान ताहिर हुसैन के घर से पेट्रोल बम और पत्थर फेंके गए थे, और एक वीडियो में वह छत पर रॉड के साथ दिखाई दे रहे थे। हालांकि, ताहिर हुसैन ने बाद में एक वीडियो जारी कर कहा था कि उनकी कोई भूमिका नहीं थी और वह दंगों के दौरान पुलिस की निगरानी में सुरक्षित स्थान पर भाग गए थे। मुस्तफाबाद सीट पर मुस्लिम वोटों का प्रभाव काफी अहम माना जाता है, और इस बार यहां से AAP ने हाजी यूनुस की जगह आदिल खान को उम्मीदवार बनाया है। ताहिर हुसैन के मैदान में उतरने से मुस्लिम वोटों में बिखराव हो सकता है, जो AAP के लिए मुश्किल खड़ा कर सकता है। 2015 में यह सीट बीजेपी के पास थी, जहां जगदीश प्रधान ने जीत हासिल की थी। अब, AIMIM के उम्मीदवार ताहिर हुसैन की एंट्री से चुनावी स्थिति और भी दिलचस्प हो गई है।