बहराइच
जंगल से भटक कर गांव में पहुंचे तेंदुए ने हमला बोल कर 13 ग्रामीणों को घायल कर दिया। जिससे आक्रोशित नागरिकों ने तेंदुए को लाठी-डंडे से पीट-पीटकर मार डाला। मौके पर पहुंचे वन कर्मी भी ग्रामीणों के आक्रोश के आगे बेबस रहे। बहराइच जिले के कठौतिया गांव में बुधवार सुबह आठ बजे कतर्निया वन्य जीव प्रभाग के जंगल से भटक कर तेंदुआ पहुंच गया।
तेंदुआ ने देखते ही देखते ग्रामीणों पर हमलाकरना शुरू कर दिया। शोर और हाका लगने पर इकट्ठा हुए ग्रामीण तो तेंदुआ हमलावर हो गया। उसके हमले में 13 लोग घायल हुए हैं। खेत में भूसा भर रहे विश्राम, जनक दुलारी, रंजीत, छोटाई को हमले में हमला कर घायल किया तो शोर मचाते हुए हाका लगाया। इस पर तेंदुआ एक घर छोड़कर दूसरे घर की तरफ बढ़ा। तेंदुआ गांव के चारों तरफ कुलांचे भर लोगों पर हमला करने लगा।
तीन महिलाओं समेत 13 लोग घायल हुए हैं। घायलों में दो बालक भी शामिल हैं। तेंदुए के हमले की सूचना पाकर वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद कुमार श्रीवास्तव आसपास के रेंज के वन कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। उसे पकड़ने के लिए जाल लगाया गया। लेकिन तेंदुआ पकड़ में नहीं आया। आक्रोशित ग्रामीणों ने पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी।
प्रभागीय वनाधिकारी आकाशदीप बधावन का कहना है कि एसटीपीएफ के जवान भी तेंदुए को पकड़ने में लगे हुए थे। दो हाथी भी मौके पर पहुंचे थे, लेकिन ग्रामीणों ने कानून को अपने हाथ में लिया और तेंदुए को मार डाला। सभी को चिन्हित किया जा रहा है। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी कराई जाएगी।
आपको बता दें कि बुधवार सुबह मानव वन्यजीव संघर्ष के बाद ग्रामीण और वन कर्मियों में संघर्ष शुरू हो गया। वन कर्मियों ने ग्रामीणों की गिरफ्तारी शुरू की तो ग्रामीणों ने वन कर्मियों से मारपीट की। सूचना मिलने पर सुजौली, मुर्तिहा व मोतीपुर थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंच रही है।