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तुष्टीकरण की नीति से सत्ता भोगने वाली कांग्रेस ज्ञान न बांटे- विष्णुदेव साय

by City Headline

रायपुर

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि देश का विभाजन कर तुष्टीकरण की नीति से सत्ता भोगने वाली कांग्रेस ज्ञान न बांटे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उस कु-संस्कृति की उपज हैं, जिसने अंग्रेजी हुकूमत के साथ वफादारी की सौगंध खाकर भारत माता की छाती के दो टुकड़े किये। हिंदुस्तान में हिंदुओं को जातिवाद की भट्टी में झोंककर कई दशकों तक राज किया है और हिंदुओं का शोषण किया।

उनके ही देश के संसाधनों पर पहला हक तुष्टिकरण की राजनीति को समर्पित कर दिया, वह कांग्रेस और उसके भूपेश बघेल जैसे हिन्दू विरोधी नेता हिन्दू और हिंदुत्व को अलग अलग करने का षड्यंत्र रचकर भाजपा पर ध्रुवीकरण का वाहियात आरोप लगा रहे हैं। तुष्टिकरण की राजनीति के तहत ध्रुवीकरण करके ही कांग्रेस इस देश को लूटती रही। हिंदुओं के हक पर तुष्टिकरण का अवैध कब्जा कराती रही। अब देश का हिन्दू अपने हक के लिए जाग उठा है और कांग्रेस की हकीकत से वाकिफ होकर उसे पूरे देश में ठुकरा चुका है तो भूपेश बघेल को यह नुकसानदायक ध्रुवीकरण नजर आ रहा है। यह ध्रुवीकरण नहीं बल्कि हिंदुत्व की चेतना है।

विष्णुदेव साय ने कहा कि वर्ष 1991 में कांग्रेस की सरकार ने जो किया, क्या वह वोट बैंक की राजनीति नहीं थी? हिंदुओं को मुगालते में रखकर मुगलिया सल्तनत की आक्रांता धरोहर को अपनी छाती से चिपकाए रखने वाली कांग्रेस का हिन्दू विरोधी चरित्र और करतूतें उजागर हो रही हैं तो कांग्रेस के कलेजे पर सांप लोट रहे हैं। हिंदुत्व की सनातनी धरोहरों और सनातन संस्कृति पर आघात करने वाली कांग्रेस का एक एक पाप उभरकर सामने आ रहा है तो भूपेश बघेल अपने सियासी मालिकों की अंधभक्ति में अब आदिवासियों से लेकर हर वर्ग को गुमराह कर रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में सुनियोजित तरीके से धर्मांतरण कराने वाली कांग्रेस अब जात पात की राजनीति कर रही है। समाज को बांटने का कुचक्र कांग्रेस ने रचा है और भूपेश बघेल जैसे कांग्रेस नेता जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों से भागते हुए सामाजिक टकराव के बीज बो रहे हैं। भूपेश बघेल बतायें कि उनके बापू किस ध्रुवीकरण की राजनीति के तहत बापू के राम को गाली देते हैं। भूपेश बघेल बताएं कि किस नीति के कारण कांग्रेस भगवान राम का अस्तित्व नकारती है।

भूपेश बघेल बतायें कि सनातन धर्म संस्कृति की पुरातन अस्मिता को ध्वस्त करने का सिलसिला किसके संरक्षण में चलता रहा है। भूपेश बघेल बताएं कि बाबर, कुतबुद्दीन, औरंगजेब जैसे आक्रांताओं से कांग्रेस को मोह क्यों है। वे यह भी बताएं कि भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर उनका हक बहाल हो जाने के बाद यदि बाबा विश्वनाथ की नगरी और भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि पर भी सनातन संस्कृति के साथ हुए अन्याय का शमन वैधानिक तरीके से हो जाता है तो कांग्रेस को इसमें क्यों और क्या दिक्कत है?

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