डोमिनिक गणराज्य के एक राजदूत को पड़ोसी देश हैती से प्रत्यक्ष तौर पर अगवा (Dominican Republic Diplomat Kidnapping) कर लिया गया है. स्थानीय समाचारपत्र एल डिया ने मंगवार को अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि सरकार ने सीमा पर सैन्यकर्मियों की संख्या बढ़ी दी है. अधिकारियों ने राजदूत को अगवा किए जाने के संबंध में कोई टिप्पणी नहीं की है. सरकार ने सप्ताहांत में एक बयान जारी करके कहा था कि हैती की राजधानी पोर्ट-ऑ-प्रिंस (Port-au-Prince) में देश के राजदूत कार्लोस गुईलेन टाटिस को शुक्रवार को प्रत्यक्ष तौर पर अगवा कर लिया गया, उस वक्त वह सीमा क्रासिंग की ओर बढ़ रहे थे.
राजनयिक फारुक मिगुएल कास्टिलो ने भी कहा कि टाटिस को हैती की राजधानी के क्रोइक्स-डेस-बुकेट्स जिले से शायद अगवा कर लिया गया है. यह स्थान मावोजो गुट का गढ़ है,जिसने अक्टूबर में अमेरिकी मिशनरी समूह के 17 लोगों को अगवा किया था और उनमें से अधिकतर को दिसंबर तक बंधक बनाए रखा था. अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने हैती की पुलिस को राजदूत के टेलीफोन से जुड़े कुछ साक्ष्य पेश किए हैं, जो संकेत देते हैं कि उन्हें अगवा किया गया है.
राष्ट्रपति की घर में हुई थी हत्या
डोमिनिक गणराज्य के विदेश मंत्रालय ने बयान से परे कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है. हैती कितना असुरक्षित देश है, इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं, कि यहां के राष्ट्रपति तक की उनकी घर में घुसकर हत्या कर दी गई थी. बीते साल जुलाई में राष्ट्रपति जोवेनेल मोसे की हत्या के बाद यहां की सरकार अव्यवस्था और विभाजन का सामना कर रही है. देश में हिंसक गिरोह तेजी से मजबूत हो रहे हैं. वह देश के बड़े हिस्से को नियंत्रित करते हैं और फिरौती के लिए अपहरण करते हैं. इस असुरक्षा के चलते पड़ोसी देश तक चिंता में आ गए हैं.
सभी समूह अपहरण करते हैं
हैती में कोई भी समूह ऐसा नहीं है, जो अपहरण के इल्जाम से बचा हो. यहां देश के आम नागरिकों के अलावा, विदेशियों और यहां तक कि पुलिस अधिकारियों तक को अगवा कर लिया जाता है. पुलिस ने बेशक अपनी कोशिशों को तेज किया है, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके. लेकिन उनके पास उपकरण, तकनीक और अन्य चीजों की कमी है, जिसके चलते वह अपने मिशन नहीं चला पाती है. लोगों को रिहा करने के बदले फिरौती मांगी जाती है. और उसके बाद ही छोड़ा जाता है.