श्रीनगर
श्रीनगर में आत्मघाती हमला करने जा रहे जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया। बुधवार को श्रीनगर-बारामुला राष्ट्रीय राजमार्ग के पास करीरी क्षेत्र में 15 मिनट तक चली इस मुठभेड़ में पुलिस का एक जवान बलिदान हो गया। मारे गए तीनों आतंकी पाकिस्तानी थे। उनके पास से भारी मात्रा में हथियार व अन्य साजो सामान भी बरामद हुआ है। इस साल मारे गए 70 आतंकियों में 22 विदेशी रहे हैं।
बुधवार सुबह करीब 10.30 बजे पुलिस और सेना के संयुक्त कार्यदल ने श्रीनगर-मुजफ्फराबाद सड़क पर करीरी के निकट नाजीबट चौराहे पर नाका लगाया था। वहां से गुजर रहे आतंकियों ने नाका देखकर रास्ता बदलने का प्रयास किया। जवानों ने उन्हें रुकने को कहा तो खुद को फंसा देख उन्होंने गोलियां चलानी शुरू कर दीं। दोनों तरफ से करीब 15 मिनट तक गोलियां चलीं। इस दौरान एक पुलिसकर्मी मुदस्सिर अहमद गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उनको अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने बलिदानी करार दे दिया। गोलीबारी बंद होने के बाद वहां गोलियों से छलनी तीन आतंकियों के शव व उनके हथियार और अन्य सामान मिला।
पुलिस महानिरीक्षक (आइजीपी) कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि ये तीनों आतंकी बड़े हमले की साजिश को अंजाम देने के लिए श्रीनगर की तरफ आ रहे थे। रास्ते में नाजीबट इलाके में नाके पर मौजूद सतर्क सुरक्षाकर्मियों की निगाह से नहीं बच पाए और वहां हुई मुठभेड़ में मारे गए। आतंकी बीते तीन माह से गुलमर्ग-कुंजर इलाके में घूम रहे थे। सुरक्षाबल लगातार इनका पीछा कर रहे थे। कश्मीर में इस वर्ष अब तक सुरक्षाबलों ने 22 पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया है।
बलिदानी मुदस्सर अहमद को बारामुला पुलिस लाइन में अंतिम विदाई दी गई। पुलिस महानिदेशक दिलबाग ङ्क्षसह, आइजी कश्मीर, डीआइजी कश्मीर उत्तरी कश्मीर रेंज और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अलावा सेना व सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों, नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने उसके पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र और फूल अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर उनके गांव ले जाया गया, जहां सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में सुपुर्द-ए- खाक किया गया।