मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज वीसी के माध्यम से भिंड और सीधी जिले की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि सभी जिला कलेक्टर भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति का क्रियान्वयन सुनिश्चित करें, ताकि गरीब का पैसा कोई नहीं खा सके। विकास गतिविधियों और जनकल्याण योजनाओं के क्रियान्वयन में भ्रष्टाचार, कार्य में विलंब और पैसा खाने की शिकायत मिलने पर दोषी कर्मचारियों अधिकारियों की तत्काल नौकरी समाप्त की जाये।
सीएम ने कहा कि दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही के लिए कलेक्टर स्वतंत्र हैं। इसके साथ ही जो अधिकारी-कर्मचारी अच्छा कार्य कर रहे हैं, उन्हें प्रोत्साहित भी किया जाएगा। बेहतर कार्य करने वाले अधिकारियों को जिलास्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर सम्मानित किया जाएगा। मैं देर रात तक काम में लगा रहता हूँ, फिर सुबह 6:30 से जिलों से संवाद शुरू कर देता हूँ। यह प्रदेश के विकास और जनकल्याण की तड़प है जो इन गतिविधियों में अभिव्यक्त होती है।
भिंड जिले में पेयजल तथा जलापूर्ति की स्थिति की समीक्षा के दौरान कहा कि कलेक्टर भिंड गोहद में खारे पानी की समस्या को चुनौती के रूप में लें। गोहद को मीठा पानी उपलब्ध कराने के लिए राज्य शासन भी हरसंभव सहायता उपलब्ध कराएगा। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत शहरी क्षेत्र में मात्र 42.7 प्रतिशत कार्य होने पर चिंता जताते हुए कहा कि योजना के क्रियान्वयन में जो भी समस्याएं आ रही हैं, उनका तत्काल निराकरण किया जाए।
शहरी क्षेत्रों में जहां भूमि की उपलब्धता कम है वहां मल्टी स्टोरी की व्यवस्था की जाए। ग्रामीण क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास में 88 प्रतिशत कार्य होना संतोष की बात है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में आवास आवंटन में विलम्ब नहीं हो। सीएम ने कहा कि कहा कि आंगनवाड़ियों के संचालन में जनभागीदारी को प्रोत्साहित करना आवश्यक है। एडाप्ट एन आंगनवाड़ी के अंतर्गत अधिक से अधिक लोगों को आंगनवाड़ी गोद लेने के लिए प्रेरित किया जाए।
जनभागीदारी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से वे स्वयं आंगनवाड़ी के बच्चों के लिए जनसामान्य से खिलौने लेने के लिए भोपाल में हाथ ठेला लेकर निकलेंगे। भिंड पुरुषार्थियों का जिला है, यहां स्वच्छता के क्षेत्र में उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए भिंड के लोगों को आगे आना होगा। स्वच्छता, वृक्षारोपण, गौरव दिवस के आयोजन के लिए विशेष गतिविधियां संचालित की जायें।
अवैध रेत उत्खनन में लगे वाहनों को राजसात करने के निर्देश दिए तथा हर्ष फायरिंग के नुकसान के बारे में जनसामान्य को जानकारी देकर इसके प्रचलन को कम करने के लिए वातावरण निर्मित करने की आवश्यकता बताई। कि एक जिला-एक उत्पाद के अंतर्गत भिंड के सरसों के तेल की पहचान पूरे देश में स्थापित करने के लिए कार्य योजना बनाई जाए। प्रयास यह हो कि यहां के सरसों के तेल की शुद्धता के आधार पर तेल का ब्रांड पूरे देश में स्थापित हो।