नवाबगंज
चौरासी कोसी परिक्रमा का 22वां पड़ाव स्थानीय डीएवी इंटर कालेज के प्रांगण में बीता। रात्रि विश्राम के बाद शुक्रवार को सुबह छः बजे नगर वासियों ने भावभीनी विदाई दी। विधायक रमापति शास्त्री ने समस्त परिक्रमार्थियों को अंगवस्त्र एवं दक्षिणा देकर विदा किया। परिक्रमार्थियों का अगला पड़ाव ग्राम रेहली है।इस मौके पर नपाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार सिंह,हिविप के वरिष्ठ संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह, विष्णु गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
बता दें कि चौरासी कोसी परिक्रमा में देश के कोने-कोने से आए लगभग पांच सौ साधू, संतों, त्यागियों और गृहस्थों के जत्थे ने बीती रात डीएवी इंटर कालेज के प्रांगण में रात्रि विश्राम किया। उनके दर्शन तथा चरणधूलि के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। विश्व हिन्दू परिषद के तत्वावधान में आयोजित चौरासी कोसी परिक्रमा का संचालन कर रहे वरिष्ठ संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह ने बातचीत में बताया कि बाईस दिन अनवरत जारी परिक्रमा का अगला पड़ाव शुक्रवार को दोपहर रेहली ग्राम के प्राथमिक विद्यालय में होगा।
रात्रि विश्राम सिकंदर पुर उपरांत मखौड़ा धाम में हवन-पूजन से समापन होगा। देश की सबसे लम्बी परिक्रमा के अगुआ राम आश्रम, अयोध्या के महंत गया शरण महाराज ने पच्चीस दिवसीय परिक्रमा में लगभग पांच सौ परिक्रमार्थियों में दो सौ मातृशक्ति की भागीदारी हिन्दू धर्म में महिलाओं के सर्वोच्च सम्मान एवं स्थान का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि परिक्रमा में अब तक के बाइस दोपहर तथा बाइस रात्रि विश्राम में सर्वधर्म समभाव एवं समर्पण की मिसाल देखने को मिली है। उन्होंने कहा कि नवाबगंज परिक्षेत्र में कपिल मुनि मंदिर, पहलवान बीर बाबा मंदिर तथा डीएवी इंटर कालेज के प्रांगण में किया गया स्वागत एवं सेवा अविस्मरणीय संस्मरण है। महंत गया शरण ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध चौरासी कोसी परिक्रमा में भारत के कोने कोने से धार्मिक विभूतियों ने हिस्सा लिया है।
जिसमें परिक्रमा प्रमुख अयोध्या धाम निवासी सुरेश सिंह, स्वामी दयाशरण, रघुनाथ दास, वृंदावन से नीरज ब्रह्मचारी, महाराष्ट्र मुम्बई से राम कदम दास, आगरा के रामानंद दास, कानपुर से बाबा रामदास, झारखंड से भुवनेश्वर दास, राकेश दास आदि संत महात्माओं की उपस्थिति मौजूद रही है।