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चार कंपनियों के आईपीओ पर समय सीमा का ग्रहण, इस महीने खत्म होगी मियाद

by Suyash

नई दिल्ली । समय से इनीशियल पब्लिक ऑफर (आईपीओ) नहीं लाने के कारण अक्टूबर महीने में चार कंपनियों को आईपीओ लाने की मंजूरी की मियाद पूरी हो जाएगी। यानी अक्टूबर के बाद इन चारों कंपनियों को अपना आईपीओ लाने के लिए मार्केट रेगुलेटर भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास दोबारा आवेदन के साथ अपना ड्राफ्ट पेपर जमा कराना पड़ेगा। इन चारों कंपनियों के आईपीओ की कुल वैल्यू करीब 5000 करोड़ रुपये है।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक जिन चार कंपनियों के आईपीओ की मंजूरी की मियाद इस महीने खत्म होने वाली है, उनमें ईएसएएफ स्मॉल फाइनेंस बैंक, स्कैनरे टेक्नोलॉजीज, वन मोबिक्विक सिस्टम्स और पेन्ना सीमेंट इंडस्ट्रीज के नाम शामिल हैं। इन चारों कंपनियों को उनके ड्राफ्ट पेपर के आधार पर सेबी ने अक्टूबर 2021 में आईपीओ लाने की मंजूरी दी थी। सेबी के नियमों के मुताबिक मार्केट रेगुलेटर से मिली मंजूरी के बाद अधिकतम 1 साल की अवधि में कंपनियां अपना आईपीओ लॉन्च कर सकती हैं। अगर किसी भी वजह से कंपनी 1 साल की अवधि में अपना आईपीओ नहीं ला पाती है, तो उनको मिली मंजूरी खत्म हो जाती है। ऐसी स्थिति में कंपनियों को अपना आईपीओ लाने के लिए दोबारा मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर जमा करके आवेदन करना पड़ता है। यानी सारी प्रक्रिया नए सिरे से शुरू की जाती है।
इन चार कंपनियों में से एक वन मोबिक्विक सिस्टम्स ने मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास पिछले साल अपने आवेदन के साथ जो ड्राफ्ट पेपर जमा किया था, उसके मुताबिक कंपनी आईपीओ के जरिए बाजार से 1,900 करोड़ रुपये जुटाना चाहती थी। अक्टूबर 2021 में सेबी ने वन मोबिक्विक सिस्टम को आईपीओ लाने की मंजूरी दे दी थी, लेकिन बाजार में जारी उतार-चढ़ाव की वजह से कंपनी अभी तक अपना आईपीओ लॉन्च नहीं कर सकी। खासकर वन मोबिक्विक सिस्टम्स की प्रतिद्वंद्वी कंपनी पेटीएम के आईपीओ की लिस्टिंग के बाद बाजार में उसके शेयर का हश्र हुआ, उसकी वजह से भी इस कंपनी ने अपने आईपीओ की लॉन्चिंग को कुछ समय के लिए टाल दिया।
वन मोबिक्विक सिस्टम्स के अलावा पेन्ना सीमेंट इंडस्ट्रीज ने अपने आईपीओ के जरिए बाजार से करीब 1,550 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा था। जबकि ईएसएएफ स्मॉल फाइनेंस बैंक आईपीओ के जरिए शेयर बाजार से करीब 1,000 करोड़ रुपये जुटाना चाहती थी। इसी तरह स्कैनरे टेक्नोलॉजीज बाजार से अपने आईपीओ के जरिए करीब 500 करोड़ रुपये इकट्ठा करना चाहती थी, लेकिन ये चारों ही कंपनियां अभी तक अपने आईपीओ की लॉन्चिंग नहीं कर सकती हैं। अब इन कंपनियों के पास इतना समय भी नहीं बचा है कि ये तय समय सीमा के पहले अपने आईपीओ को लॉन्च कर सकें।

आपको बता दें कि मौजूदा वित्त वर्ष में अभी तक वैश्विक और घरेलू अर्थव्यवस्था में आए उतार-चढ़ाव की वजह से आईपीओ की लॉन्चिंग की दर पिछले वित्त वर्ष की तुलना में काफी कम रही है। प्राइम डेटाबेस से मिले आंकड़ों के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष के पहले 6 महीनों में 25 कंपनियों ने अपने आईपीओ के जरिए 51,979 करोड़ रुपये इकट्ठा किए थे। जबकि मौजूदा वित्त वर्ष के पहले 6 महीनों में अभी तक कुल 14 कंपनियां ही अपना आईपीओ लॉन्च कर सकी हैं।

अपने आईपीओ के जरिए इन 14 कंपनियों ने बाजार से 35,456 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसमें भी आधे से अधिक राशि अकेले भारतीय जीवन बीमा निगम ने अपने आईपीओ के जरिए बाजार से इकट्ठा किए हैं। एलआईसी को अपने आईपीओ के जरिए बाजार से करीब 20,557 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई थी। जबकि शेष 13 कंपनियां मिलकर अपने आईपीओ के जरिए कुल 14,899 करोड़ रुपये ही बाजार से इकट्ठा कर सकी