अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने अपने 210 अरब डॉलर के विविध व्यापार समूह से रिटायरमेंट लेने और इसकी जिम्मेदारी अपने बेटों और भतीजों को सौंपने के लिए कोई समयसीमा नहीं तय की है। अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने इस बारे में शेयर बाजारों को सूचित किया है। कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि एक मीडिया रिपोर्ट में अडानी के उत्तराधिकारियों और पारिवारिक ट्रस्ट के लाभकारी हितों को लेकर गलत तरीके से उद्धृत किया गया है।
अडानी एंटरप्राइजेज ने स्पष्ट किया है कि हाल ही में एक साक्षात्कार के दौरान गौतम अडानी ने उत्तराधिकार योजना पर अपने विचार साझा किए थे। उन्होंने कहा कि उत्तराधिकार एक अचानक होने वाली घटना नहीं है, बल्कि एक क्रमिक और व्यवस्थित प्रक्रिया है। कंपनी ने यह भी बताया कि अडानी ने 70 वर्ष की उम्र पर रिटायरमेंट लेने की कोई योजना नहीं बनाई है और इस संदर्भ में किसी विशेष समयसीमा का उल्लेख नहीं किया है। कंपनी ने यह भी कहा कि अडानी को पारिवारिक ट्रस्ट और उत्तराधिकारियों के बारे में गलत तरीके से उद्धृत किया गया है। अडानी ने समूह के विभिन्न व्यवसायों में अपने दो बेटों और दो भतीजों की भागीदारी की बात की थी।
रिपोर्ट में ऐसा कहा गया था
‘ब्लूमबर्ग न्यूज’ की पांच अगस्त की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि 62 वर्षीय अडानी 70 वर्ष की उम्र में अपने पद से इस्तीफा देने की योजना बना रहे हैं। रिपोर्ट में अडानी के हवाले से कहा गया था, “उत्तराधिकार व्यापार की स्थिरता के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। मैंने इसे दूसरी पीढ़ी पर छोड़ दिया है, क्योंकि बदलाव को मूलभूत, क्रमिक और व्यवस्थित होना चाहिए।” रिपोर्ट में अडानी के बेटों करण (37) और जीत (26) के साथ-साथ भतीजों प्रणव (45) और सागर (30) को संभावित उत्तराधिकारी के रूप में बताया गया था। इसके अनुसार, गौतम अडानी के रिटायर होने पर ये चारों पारिवारिक ट्रस्ट के समान लाभार्थी बन जाएंगे। पारिवारिक ट्रस्ट अडानी एंटरप्राइजेज और अन्य कंपनियों को नियंत्रित करता है।
अडानी एंटरप्राइजेज ने शेयर बाजार को अडानी की सेवानिवृत्ति या उत्तराधिकार योजना के बारे में कोई निश्चित तारीख प्रदान नहीं की है। कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि अडानी को पारिवारिक ट्रस्ट में उत्तराधिकारियों और समान लाभकारी हितों के संदर्भ में गलत तरीके से उद्धृत किया गया है। अडानी ने 1988 में एक कमोडिटी व्यापारी के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी, और कुछ दशकों में ही अडानी समूह ने अपने व्यापार का विस्तार बंदरगाहों, हवाई अड्डों, सड़कों, बिजली, नवीकरणीय ऊर्जा, बिजली संचरण, गैस वितरण, रियल एस्टेट, एफएमसीजी, सीमेंट, डेटा सेंटर और मीडिया जैसे क्षेत्रों में किया।