रायबरेली
एनटीपीसी परियोजना ऊंचाहार की छठी और सबसे अधिक बिजली उत्पादन क्षमता वाली इकाई के ब्वायलर में रिसाव हो जाने के कारण बंद हो गई है। जिससे परियोजना के बिजली उत्पादन पर काफी प्रभाव पड़ा है। एनटीपीसी की एक इकाई मरम्मत के लिए पहले से बंद है। इस समय चार इकाइयों से उत्पादन हो रहा है।
ऊंचाहार एनटीपीसी में कुल 6 इकाइयां हैं। इन सभी इकाइयों से कुल मिलाकर 1550 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाता है। करीब 10 दिन पूर्व इकाई नंबर एक को मरम्मत के लिए बंद किया गया था। जिसके बाद शनिवार की देर शाम इकाई नंबर 6 के ब्वायलर में रिसाव होने लगा।
बता दें कि तकनीकी टीम द्वारा काफी देर तक रिसाव को बंद करने का प्रयास किया गया। लेकिन सफलता न मिलने के बाद परियोजना प्रबंधन को इसे बंद करना पड़ा। जिसके बाद कुशल तकनीकी टीम के द्वारा मरम्मत शुरू करा दी गई।
इस परियोजना में विद्युत उत्पादन के लिए 210 मेगा वाट बिजली उत्पादन की पांच इकाइयां हैं। छठीं इकाई 500 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता वाली है। एनटीपीसी के इस परियोजना की एक साथ दो इकाइयों के बंद हो जाने के बाद बिजली उत्पादन पर काफी प्रभाव पड़ा है।
भीषण गर्मी के समय में प्रदेशों से बिजली की काफी मांग थी, जिसके चलते इस परियोजना की सारी इकाइयों को उनके विद्युत उत्पादन भार क्षमता के अनुरूप चलाया जा रहा था। प्रबंधन देर शाम तक मरम्मत के बाद छठीं इकाई को चालू कर देने की बात कह रहा है। इस समय में एनटीपीसी की इस परियोजना द्वारा 836 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है।
एनटीपीसी की ऊंचाहार परियोजना से देश के कुल नौ राज्यों को उत्तरी ग्रिड के माध्यम से बिजली दी जाती है। इसमें उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर शामिल हैं। एनटीपीसी परियोजना में बिजली उत्पादन घटने पर इसका सीधा असर इन सभी राज्यों पर पड़ता है।
जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा का कहना है। पीआरओ ब्वायलर में रिसाव होने के चलते इकाई नंबर 6 को मरम्मत के लिए बंद किया गया है। जिसकी रविवार देर शाम तक मरम्मत कराकर बिजली उत्पादन का कार्य शुरू करा दिया जाएगा। इकाई नंबर एक के मरम्मत का कार्य अभी कराया जा रहा है। जल्द ही उससे भी उत्पादन शुरू हो जाएगा।