प्रयागराज: इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस शेखर कुमार यादव के एक बयान को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। जस्टिस यादव ने एक कार्यक्रम में दिए गए बयान में विवादास्पद टिप्पणी की थी, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट में शिकायत की गई थी। अब सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर एक्शन मोड में है और इस मामले को गंभीरता से ले रहा है।सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को इस मुद्दे पर एक पत्र भेजकर जस्टिस यादव के बयान के खिलाफ शिकायत की गई थी। पत्र में कैंपेन फॉर ज्यूडीशियल एकाउंटेंबिलिटी एंड रिफॉर्म्स (CJAR) ने जस्टिस यादव के बयान की इन-हाउस जांच की मांग की थी। CJAR ने अपने पत्र में आरोप लगाया था कि जस्टिस यादव का बयान न्यायपालिका की गरिमा के खिलाफ है और यह उनके पद के अनुकूल नहीं है।इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने कार्रवाई करते हुए जस्टिस शेखर कुमार यादव द्वारा दिए गए बयान का मीडिया रिपोर्टों के आधार पर संज्ञान लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट से संबंधित जानकारी और विवरण मांगे गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह मामला अभी विचाराधीन है और इस पर आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।जस्टिस शेखर कुमार यादव के बयान की कई चर्चित वकीलों ने निंदा की है। उनके बयान को लेकर न्यायपालिका के विभिन्न हिस्सों में चिंता जताई जा रही है। मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट का यह कदम यह दर्शाता है कि अदालत इस मुद्दे को गंभीरता से ले रही है और न्यायपालिका के मानकों का पालन करने के लिए जरूरी कदम उठाएगी।इस मामले में अब सभी की नजर सुप्रीम कोर्ट की कार्रवाई पर टिकी हुई है, और यह देखा जाएगा कि क्या जस्टिस यादव के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाती है या नहीं।
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Suyash Shukla
सुयश शुक्ला जुलाई 2022 से C NEWS भारत के साथ कार्यरत थे उन्होंने अपने करियर की शुरुआत न्यूज़ वीडियो एडिटर के रूप में की थी, और अब वे सिटी हेडलाइंस भारत में कार्यरत हैं पत्रकारिता की दिशा में उनके कदम डिजिटल जर्नलिज्म की और हैं, सुयश यूपी के लखीमपुर खीरी जिले के निघासन तहसील से हैं और वहां के स्थानीय मुद्दों से भी गहरी पहचान रखते हैं।