इस्लामाबाद
पाकिस्तानी प्रशासन ने विपक्षी दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख इमरान खान के ‘आजादी मार्च को प्रतिबंधित करने के अगले दिन उसे विफल करने की कवायद तेज कर दी है। इसके लिए इस्लामाबाद को सील कर उस तक पहुंचने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया गया है। इमरान की पार्टी के एक हजार से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।
हालांकि अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान ने कहा कि उनकी रैली को लेकर सरकार से कोई डील नहीं हुई है। वह नए चुनावों की घोषणा होने तक इस्लामाबाद पहुंचकर धरना जारी रखेंगे।
जियो न्यूज के अनुसार पाकिस्तान पुलिस ने PTI के नेताओं और कार्यकर्ताओं के घरों पर छापेमारी की है। विगत रात को PTI नेता मियां महमूद-उर-रशीद के घर भी छापा मारने के लिए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था।
पाक सरकार का कहना है कि वह PTI के भ्रामक एजेंडे के प्रचार को रोकने के लिए प्रतिबंधात्मक कदम उठा रही है। 69 वर्षीय इमरान खान ने शनिवार को एलान किया था कि वे नेशनल असेंबली भंग कर जल्दी चुनाव की मांग को लेकर 25 मई को अपने समर्थकों के साथ लाहौर से इस्लामाबाद कूच करेंगे। लिहाजा, शहबाज शरीफ सरकार ने लाहौर, कराची व रावलपिंडी में रैली रोकने के लिए धारा 144 लगा दी है।
कुछ अन्य शहरों में भी प्रतिबंधात्मक धाराएं लगाई हैं। इस्लामाबाद के अलावा, लाहौर में भी मार्च रोकने के लिए पुलिस ने पीटीआइ के प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और आसूं गैस के गोले दागे हैं। यहा भी कई गिरफ्तारियां हुई हैं। पंजाब प्रांत के गृह सचिव सैयद अली मुर्तजा ने कहा कि पुलिस की मदद के लिए पाक रेंजर्स तैनात किए गए हैं। अन्य जिलों से भी चार हजार से ज्यादा जवानों को इस्लामाबाद बुलाया गया है। PTI अध्यक्ष इमरान खान ने अपनी रैली में लोगों को बड़ी तादाद में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
बुधवार की रैली से पूर्व पेशावर में अपनी पार्टी की कोर कमेटी की बैठक के बाद इमरान खान ने कहा कि वह श्रीनगर राजमार्ग पर लोगों से मिलेंगे। पाकिस्तान की शहबाज शरीफ नीत साझा सरकार ने खान की जल्दी चुनाव की मांग ठुकरा दी है। सरकार ने कहा कि वह अपना कार्यकाल पूरा करेगी और चुनाव अगले साल ही होंगे। शरीफ सरकार ने पहले इमरान की पार्टी को विरोध मार्च की इजाजत दे दी थी, लेकिन रैली में हिंसा व अशांति की आशंका को देखते हुए मंगलवार को अनुमति वापस ले ली।