इंदौर
इंदौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि आठ साल के छोटे से कार्यकाल में देश में र्स्टाटअप की दुनिया ही बदल गई है। आज करीब 70 हजार रजिस्टर्ड र्स्टाटअप है। दुनिया का सबसे बड़ा तीसरा र्स्टाटअप ईकोसिस्टम है हमारे यहां। आज औसत आठ या दस दिन के भीतर भारत में एक र्स्टाटअप यूनिकोन में बदल रहा है। शून्य से शुरु करके किसी र्स्टाटअप का यूनिकान बनने का मतलब होता है कि इतने कम समय में करीब-करीब सात हजार करोड़ रुपए की पूंजी तक पहुंचने पर यूनिकोन बनता है।
पीएम मोदी ने कहा कि देश के 50 प्रतिशत र्स्टाटअप टियर टू व थ्री सिटी में है। देश के कोने-कोने में र्स्टाटअप फैले हुए हैं। हर नौजवान को यह जानना बेहद जरुरी है कि र्स्टाटअप यहां तक पहुंचे कैसे। भारत में कुछ नया करने और नए आइडिया से समाधान की ललक हमेशा रही है। लेकिन दुर्भाग्य से जितना प्रोत्साहन और समर्थन उस दौर में हमारे युवाओं को मिलना चाहिए था वह मिला नहीं। आवश्यकता इस बात की थी कि आईटी रिवाल्युशन से जो बदलाव हो सकता था वह नहीं हो पाया। एक दशक बड़े-बडे घोटालों से एक पीढी के सपनों को तबाह कर गया। 2014 में आइडिया की इस ताकत को इनोवेशन की इस स्प्रिट को फिर से रिवाइज किया। आइडिया, इनोवेशन और इंडस्ट्री का पूरा रोडमेप तैयार किया है।
इंदौर के ग्रामाफोन र्स्टाटअप के संचालक तौसीफ खान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संवाद किया है। पीएम मोदी ने कहा कि क्या इंदौर जिले के किसान केमिकल मुक्त खेती, प्राकृतिक खेती को लेकर संकल्प ले ले तो स्वच्छता की तरह बहुत बड़ा माडल जिला बन सकता है। पीएम ने कहा कि आप तो किसानों के लिए काम कर रहे हैं आप भी इसे लोगों तक भी पहुंचाएं। तौसीफ ने कहा जैसे र्स्टाटअप नीति हम चार माह में लेकर आ गए हैं वैसे ही इस पर काम कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने इनोवेशन के लिए इनोवेशन मिशन शुरू किया। स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब शुरू किए। दस हजार स्कूलों में चल रहे हैं। 75 लाख से ज्यादा बच्चे आधुनिक तकनीक से रुबरु हो रहे हैं, सीख रहे हैं। जब विद्यार्थी कालेज पहुंचे तो उसकेपास जो नया आइडिया हो उसका प्रयोग करने के लिए लैब मौजूद हो। इन्क्यूबेशन के साथ फडिंग भी र्स्टाटअप भी अहम है। सरकार ने अपनी तरफ से फंड तो उपलब्ध करवाए ही र्स्टाटअप को मदद करने के लिए अलग-अलग प्लेटफार्म भी तैयार किए। आज हजारों करोड़ रुपए का निजी निवेश हुआ है।
साढ़े तीन साल पहले तीन दोस्तों ने इंदौर में जो स्टार्टअप शुरू किया, उसमें आज देश-विदेश की बड़ी कंपनियां निवेश करने लगी हैं। राजस्थान से पढ़ाई के लिए इंदौर आए तेजस सारस्वत ने दो दोस्तों सुमित गुणावत और दीपक धनोतिया के साथ मिलकर ‘शॉप किराना’ की शुरुआत की थी। उनके इस स्टार्टअप में जॉब पोर्टल नौकरी डॉट कॉम की पैरेंट कंपनी इंफोएज ने दो मिलियन डॉलर (करीब 14 करोड़ रुपए) का निवेश किया है।
इंदौर शाप किराना के संचालक तनु तेजस सारस्वत से प्रधानमंत्री ने बातचीत की है। प्रधानमंत्री ने उनसे उनके बैकग्राउंड के बारे में पूछा जिसके जवाब में तनु तेजस सारस्वत ने कहा कि मैं राजस्थान से हूं। 15 साल पहले यहां आया था। किराना दुकानों की समस्या देखी है।
तेजस सारस्वत ने पीएम मोदी को बताया कि बड़ी कंपनियां भी किराना दुकानों तक नहीं पहुंच पा रही थीं। तब आइडिया आया और हमने यह र्स्टाटअप शुरु किया। हम हिंदुस्तान की पहली ऐसी कंपनी हैं जिन्होंने किराना दुकान को ऑनलाइन सामान बेचते हैं। हमने किराना दुकान संचालक जो हिंदुस्तान के सबसे पुराने कारोबारी है उनके लिए सुविधाएं उपलब्ध करवाने का सोचा।
प्रधानमंत्री ने पूछा अभी कितनी दुकानें जुड़ी हैं तो सारस्वत ने बताया अभी 50 हजार किराना दुकानें जुड़ी हैं। इंदौर को ही क्यों बेस बनाया इस के जवाब में तेजस ने कहा कंपनियां लोगों से बनती है शहरों से नहीं बनती। हम पूरा सेटअप टियर सिटी में करना चाहते थे। हम सभी भागीदार ऐसे ही शहरों में थे। तीसरा कारण था कि यदि हम इंदौर जैसे शहर से शुरू करेगे तो आप तक जल्दी पहुंच जाएंगे। तेजस से प्रधानमंत्री ने पूछा क्या आप अपनी कंपनी से स्ट्रीट वेंडर को जोड़ सकते हैं। इस पर तेजस ने कहा इस पर कोशिश करें और स्टडी करेंगे।
भोपाल की उमंग श्रीधर ने 9 साल पहले र्स्टाटअप शुरू किया था। पीएम मोदी से बातचीत में उमंग ने बताया कि अब 1500 महिलाओं के साथ वह काम कर रही है। महिलाएं सशक्त हैं उन्हें बस प्लेटफार्म देने की बात आती है। उमंग श्रीधर से ने कहा कि मैनें अपनी जर्नी 2014 में आपके साथ ही शुरू की थी। जन्मदिन भी आपके जन्मदिन के साथ ही आता है 17 सितंबर, उस दिन विश्वकर्मा जयंती भी उस दिन होती है। इसलिए कामगारों के लिए कुछ करने का मन हुआ।
प्रधानमंत्री ने पूछा क्या बदलाव आया- महिलाओं की आय में बढ़ोत्तरी हुई। कोविड के दौरान अपने बिजनेस माडल में नई चीज जोड़ी। हम 10 लाख महिलाओं को सशक्त करने का लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं लेकिन यह सिर्फ कारीगर तैयार करने से पूरा नहीं होगा। हमने डिजिटल सेलिंग, आर्थिक रुप से संपन्न् होने के तरीके सिखाए। ग्रामीण क्षेत्र की 200 महिलाओं को हमने प्रशिक्षित किया है।
प्रधानमंत्री ने पूछा अन्य देशों में भी सप्लाय करते हैं। तो उमंग ने कहा हम पांच देशों की बड़ी कंपनियों को कपड़ा सप्लाय करते हैं। हम चाहते हैं कि खादी भी दुनिया के बडे ब्रांड के रुप में हो पीएम ने कहा कि क्या कभी काशी में भी काम किया है। इस पर उमंग ने कहा हम काशी में काम कर रहे हैं। पीएम ने कहा आप युवाओं को प्रेरणा दे रही हैं।