कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में डेटा साइंस के लिए एक विशेष अभिविन्यास सत्र आयोजित किया गया। आईआईटी कानपुर से आए प्रशिक्षक उपेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि डेटा साइंस एक नया विषय है जो भविष्य की तकनीक पर हावी होगा। रोजगार और स्वरोजगार के लिए इसकी बहुत आवश्यकता होती है। यह ऐसी तकनीकी दक्षता है तो आर्ट से लेकर अर्थशास्त्र तक में नए रोजगार के अवसर पैदा करेगा।
कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक की प्रेरणा से शनिवार को हुए इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। छात्रों ने डेटा साइंस के लिए गणित और तकनीकी दक्षता से जुड़े तमाम सवाल किए। छात्रों के प्रश्नों का समाधान करते हुए विशेषज्ञों ने कहा कि बिना गणित की पृष्ठभूमि के भी डेटा विज्ञान सीखा जा सकता है। यह पाठ्यक्रम आवश्यक है। भविष्य के जॉब मार्केट की जरूरतों को समझने के लिए छात्रों को डेटा साइंस सीखने की जरूरत है। प्रत्येक डोमेन के लोगों के लिए अपने स्वयं के विषयों से सम्बंधित कार्यक्रम बनाने में सक्षम होने के लिए पायथन का उपयोग करना महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम में लॉ, बीबीए और इकोनॉमिक्स के छात्र भी शामिल हुए। कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग के माध्यम से छात्रों को फूल बनाने का तरीका दिखाया गया। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस कोर्स की प्रभारी डॉ अंशु सिंह ने भी छात्रों को सम्बोधित किया। उन्होंने सुनिश्चित किया कि किसी भी पृष्ठभूमि के छात्र विश्वविद्यालय में डेटा विज्ञान सीख सकें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय इस सीखने के अनुभव को सुखद और प्रासंगिक बनाने के लिए छात्रों हर संभव मदद करेगा।