नई दिल्ली
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि कुछ लोग आतंक फैलाने वालों के मानवाधिकारों की बात करते हैं, लेकिन आतंकवाद के कारण मरने वालों के भी मानवाधिकार हैं। भारत के विचारों को ‘स्वराज’ से ‘नए भारत’ में फिर से लाने पर एक सेमिनार में बोलते हुए, शाह ने आज कहा, अफस्पा को उत्तर पूर्व के 75% से हटा दिया गया है उन लोगों के लिए एक जवाब जिन्होंने मानव अधिकारों के आधार पर अधिनियम को हटाने के लिए कहा था।
उन्होंने कहा है कि वह आतंक फैलाने वालों के मानवाधिकारों की बात करते हैं मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि आतंकवाद के कारण मरने वालों के भी मानवाधिकार हैं। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि भारत एक भू-सांस्कृतिक देश है और जब तक लोग इसे नहीं समझेंगे, वे भारत के विचार को नहीं समझेंगे।
बता दें कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को खत्म करने की भी बात कही है उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने 5 अगस्त, 2019 को एक उंगली के साथ धारा 370 को निरस्त कर दिया और ‘खून की नदियां बहेंगी’ कहने वालों में पत्थरबाजी करने की हिम्मत भी नहीं हुई।