उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक हिस्ट्रीशीटर की रिहाई के बाद उसके समर्थकों ने खुशी मनाने के लिए जेल के बाहर 30 गाड़ियों का काफिला निकाल लिया। यह काफिला जेल के गेट से निकलते ही पुलिस के लिए चिंता का कारण बन गया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अमरजीत यादव को फिर से गिरफ्तार कर लिया, जो महराजगंज जिले के हथियारगढ़ गांव का निवासी है।
अमरजीत यादव के खिलाफ आजमगढ़, जौनपुर और गोरखपुर में 30 आपराधिक मामलों का हिसाब है। वह गैंगस्टर एक्ट में भी शामिल था और इटौरा स्थित जिला जेल में बंद था। बुधवार रात जब उसे जमानत मिल गई, तो उसकी रिहाई हुई। इस दौरान बड़ी संख्या में उसके रिश्तेदार और समर्थक जेल के बाहर जुटे हुए थे। रिहाई के बाद अमरजीत यादव जेल से बाहर निकलते समय एक बड़े काफिले के साथ घर जाने के लिए निकला।
हालांकि, काफिले की खबर मिलते ही इटौरा पुलिस चौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार ने काफिले को तिराहे पर रोक लिया। पुलिस ने न केवल अमरजीत यादव को फिर से गिरफ्तार किया, बल्कि काफिले की सात गाड़ियों को भी सीज कर दिया। इन गाड़ियों के चालकों को भी हिरासत में लिया गया। एक कार से पांच लाख रुपये नकद, मिठाइयां और फूल-माला भी बरामद हुए, जो यह दिखाते हैं कि समर्थकों ने इस रिहाई को धूमधाम से मनाने का प्रयास किया था।
इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने पूरी घटना की जानकारी दी और यह स्पष्ट किया कि इस तरह के काफिले और अनावश्यक उत्सवों से कानून-व्यवस्था में खलल डालने की कोशिश नहीं की जाएगी। इस मामले ने फिर से पुलिस की सक्रियता और समय पर किए गए कदम को उजागर किया है।