टोक्यो: जापान ने उत्तर कोरिया के बदले में कड़ा जवाब देते हुए पृथ्वी निगरानी उपग्रह का प्रक्षेपण किया है। इससे पहले उत्तर कोरिया ने अपने बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण किया था, जवाब में जापान ने चीन को भी अपनी नजर में लिया है। जापान ने सोमवार को एच3 रॉकेट के साथ एक नया पृथ्वी निगरानी उपग्रह अंतरिक्ष में उतारा है, जो आपदा प्रतिक्रिया और सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है।
‘जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी’ (जाक्सा) ने बताया कि एच3 नंबर 3 रॉकेट ने दक्षिण पश्चिमी जापान के एक द्वीप पर तानेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी और करीब 16 मिनट बाद अपना ‘पेलोड’ (उपग्रह) छोड़ दिया। इस उपग्रह, जिसे उन्नत भूमि निरीक्षण उपग्रह या एएलओएस-4 भी कहा जाता है, को आपदा प्रतिक्रिया और मानचित्रण के लिए पृथ्वी की निगरानी और डेटा एकत्रित करने का काम सौंपा गया है। यह उपग्रह सैन्य गतिविधियों के लिए भी उपयुक्त होगा, जैसे कि मिसाइल प्रक्षेपण की निगरानी।
पहले इस प्रक्षेपण को रविवार को किया जाना था, लेकिन खराब मौसम के कारण इसमें थोड़ी देरी हुई। यह उपग्रह अब एएलओएस-2 के स्थान पर एएलओएस-4 के रूप में कार्य करेगा और इसकी क्षमता अधिक व्यापक क्षेत्र की निगरानी करने में मदद करेगी। जापान अब दोनों उपग्रहों का संचालन करेगा, जो उसके अंतरिक्ष कार्यक्रम और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं। इस उपग्रह के माध्यम से जापान अब उत्तर कोरिया और चीन की गतिविधियों पर भी नजर रख सकेगा।