प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे और हिंदुस्तान के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ हमारे संबंध अच्छे ही हैं और लोकतंत्र में हमारी दुश्मनी नहीं होती है। मैं अपने संबंधों को संभालूं या ओडिशा के भाग्य की चिंता करूं। 25 साल से ओडिशा में प्रगति नहीं हो रही है। इस बार वहां मौजूदा सरकार की एक्सपायरी डेट 4 जून है। ओडिशा में इस बार बीजेपी का मुख्यमंत्री बनेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एएनआई को दिए गए इंटरव्यू में राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ अपने संबंधों पर बातचीत की। जब उनसे पूछा गया कि ओडिशा में चुनाव होने वाले हैं, और आप लोगों का अलायंस नहीं है और आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं, इसे आप किस तरह से देख रहे हैं? तो प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ हमारे संबंध अच्छे ही हैं।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हमारी दुश्मनी नहीं होती है। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि संबंधों को सुधारना जरूरी है। अब सवाल यह है कि मैं मेरे संबंधों को संभालूं या ओडिशा के भविष्य की चिंता करूं। तब मैंने निर्णय लिया कि मैं ओडिशा के उज्जवल भविष्य के लिए अपने आप को अर्पित करूंगा। उसके लिए, अगर मेरे संबंधों को बलि चढ़ानी पड़ेगी, तो मैं बलि चढ़ा दूंगा और चुनाव के बाद कनविंस करूंगा क्योंकि हमारी किसी से दुश्मनी नहीं है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि 25 साल से ओडिशा में प्रगति नहीं हो रही है। उनकी सबसे बड़ी चिंता इस बात की है कि कुछ लोगों ने पूरे ओडिशा की व्यवस्था पर कब्जा कर लिया है। अगर ओडिशा उन बंधनों से मुक्त हो जाता है, तो ओडिशा का विकास होगा।
उन्होंने बताया कि स्मिता ओडिशा के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। ओडिशा के पास विशाल संसाधन हैं, लेकिन फिर भी यहाँ के गरीबों की स्थिति देखकर दुख होता है। ओडिशा भारत के समृद्ध राज्यों में से एक है, लेकिन यहाँ के लोग भी गरीबी का सामना करते हैं। इसलिए, सरकार को ओडिशा के लोगों को उनका हक दिलाने में जिम्मेदारी है। ओडिशा का भविष्य बदलने वाला है, जहाँ सरकार का परिवर्तन हो रहा है। मैंने बताया है कि वर्तमान ओडिशा सरकार की अंतिम तारीख 4 जून है और 10 जून को बीजेपी का मुख्यमंत्री ओडिशा में शपथ लेंगे।