नरौरा गंगा बैराज पर सुबह तड़के राहगीरों व सिंचाई विभाग के बैराज पर तैनात कर्मियों ने सड़क पर एक मगरमच्छ देखा। करीब दस फुट लंबे मगरमच्छ को देखने के लिए काफी भीड़ जमा हो गई। बाद में वन विभाग की टीम ने एक्सपर्ट के साथ मिलकर मगरमच्छ को रेस्क्यू कर सकुशल नहर में छोड़ दिया। लोगों को आशंका है कि रात में किसी तरह मगरमच्छ नहर से निकलकर बैराज पर पहुंच गया।
मगरमच्छ धीरे-धीरे चलते हुए गंगा में से निकल रही एलसीसी में पीएलजीसी नहर के फटकों पर बने पुलों पर पहुंच गया, जहां काफी भीड़ जमा हो गई। वहां लगी रेलिंग के किनारे मगरमच्छ को गंगा नदी का पानी दिखाई देने पर उसने रेलिंग कूदकर गंगा में जाने के लिए जंप लगाई, लेकिन वह रेलिंग नहीं कूद सका। रेलिंग कूदने का प्रयास करने का मगरमच्छ का कूदते हुए का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। सिंचाई विभाग के एसडीओ अंकित सिंह व थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। क्षेत्रीय वन अधिकारी मोहित चौधरी ने बताया करीब 10 फुट लंबाई वाला यह मादा मगरमच्छ था, जिसे वन कर्मियों की टीम ने रेस्क्यू एक्सपर्ट व डब्ल्यूआईआई की मदद से रेस्क्यू कर मगरमच्छ को एलजीसी नहर, हजारा नहर में सफलतापूर्वक छोड़ दिया।
चार सदस्यों की टीम ने किया रेस्क्यू
मगरमच्छ को रेस्क्यू करने वाली टीम में क्षेत्रीय वन अधिकारी मोहित चौधरी के नेतृत्व में वन दरोगा विनोद कुमार, रेस्क्यू एक्सपर्ट पवन कुमार व वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के ओमवीर शामिल रहे।