जोधपुर में एक सनसनीखेज ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें दो शातिर बदमाशों ने सुप्रीम कोर्ट और राजस्थान हाईकोर्ट के जजों से सीधी सेटिंग होने का दावा करके एक कारोबारी को 65 लाख रुपये की चपत लगा दी। पीड़ित कारोबारी गौतमचंद गुलेच्छा ने सरदारपुरा पुलिस थाने में सुंदर लाल मालू और गोरधन सिंह भाटी के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है।
गुलेच्छा के अनुसार, करीब चार साल पहले उनका परिचित मनोहर लाल पंवार के माध्यम से सुंदर लाल और गोरधन सिंह से परिचय हुआ। आरोपियों ने खुद को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और राजस्थान हाईकोर्ट के कई जजों से सीधे जुड़े बताया और जजों के साथ खिंची गईं कई तस्वीरें भी दिखाईं। इस भरोसे में आकर कारोबारी गुलेच्छा ने उन्हें 65 लाख रुपये अलग-अलग बार में दिए।
सितंबर 2021 में जोधपुर के एक होटल में मुलाकात के दौरान आरोपियों ने दावा किया कि वे कोर्ट के किसी भी मामले को गुलेच्छा के पक्ष में निपटा सकते हैं। गुलेच्छा का एक लंबित प्रकरण भी था जोकि आरके इंडस्ट्रीज बनाम रीको से जुड़ा था। सुंदर लाल और गोरधन ने कहा कि वे इस मामले में फैसला उसके पक्ष में करवा देंगे। विश्वास में आकर गुलेच्छा ने 22 और 23 सितंबर को बैंक खाते में 16 लाख रुपये आरटीजीएस से ट्रांसफर किए, इसके बाद 4 अक्टूबर को जयपुर में 10 लाख रुपये नकद दिए। इसके अलावा 39 लाख रुपये और टुकड़ों में दे दिए गए।
हालांकि, रुपए देने के बाद भी कोर्ट का फैसला कारोबारी के पक्ष में नहीं आया। जब उन्हें ठगी का एहसास हुआ तो आरोपियों से पैसे वापस मांगने पर उन्होंने रसीद दी और पैसे वापस करने का भरोसा भी दिलाया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
यह मामला एक बार फिर यह सवाल उठाता है कि कैसे कुछ लोग झूठे दावे कर बड़े पैमाने पर ठगी करते हैं, और न्यायपालिका की प्रतिष्ठा का भी नुकसान करते हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की कोशिश में लगी है।