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किसानों के लिए वरदान बनी बेमौसम बारिश, दलहन अन्य फसलों को मिली खुराक

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उत्तर भारत के मौसम ने इन दिनों करवट ली हुई है. जिसके तहत गर्मी का सितम तोड़ते हुए बीते कुछ दिनों ने बादल राहत बरसा रहे हैं. यानी उत्तर भारत के प्रमुख शहरों में बारिश हुई है. इस बारिश से जहां गर्मी से परेशान आम जन को बड़ी राहत मिली है. तो वहीं यह बेमौसम बारिश किसानों (Farmer’s) के लिए भी वरदान बनी है. विशेषकर उन किसानों के लिए यह बेमौसम बारिश फायदेमंद साबित हुई है, जिन्होंने मौजूदा समय में दलहन (Pulses) समेत अन्य फसलों की खेती की हुई है. कुल मिलाकर इस बारिश ने किसानों के चेहरों पर रोनक लौटा दी है. वहीं दलहन व अन्य फसलों को भी नई खुराक मिली है. आईए समझते हैं कि किसानों के लिए यह बेमौसम बारिश कैसे राहत लेकर आई है और कैसे दलहन व अन्य फसलों के लिए यह बारिश वरदान साबित हुई है.

धूप से सूख रही फसलों को बारिश से मिली नई जान

उन्नाव में बीते दिन अचानक हवा और गरज के साथ तेज बारिश हुई है. जिसके देखकर दलहन व अन्य फसलों की खेती करने वाले किसानों के चेहरों में भी रौनक आ गयी है. तो वहीं उनकी दलहन व अन्य फसलों को भी नई खुराक मिली है. असल में लंबे समय से प्रचंड गर्मी का दौर जारी था. इस कारण दलहन व अन्य फसलें सूख रही थी. हालांकि किसान फसलों पर सिंंचाई कर रहे थे, लेकिन सिंचाई भी कुछ समय के लिए प्रभावी हो रही थी. ऐसे में धूप से सूख रही फसलों को बारिश ने पूरी तरह से भिगा दिया है. इससे फसलों को नई ऊर्जा मिली है.

सिंचाई के लिए महंगे डीजल खर्च से बचे किसान

असल में प्रचंड गर्मी से दलहन व अन्य फसलों को बचाने के लिए उन्नाव के किसान बीते दिनों सिंचाई का प्रयोग कर रहे थे. जिसके लिए किसानों को महंगा डीजल खर्च करना पड़ रहा था. वहीं मौजूदा समय में भी उन्नाव के कई किसान डीजल से सिंचाई करने की व्यवस्था में जुटे थे, लेकिन बारिश ने ऐसे किसानों की राह आसान कर दी. जिस कारण किसानों को डीजल पर खर्च से भी राहत मिली है.उन्नाव स्थित रसूलपुर के किसान रामनरेश व कल्लू सिंह, ऊंचागांव के चमन सिंह बताते हैं कि वह अभी तक अपनी-अपनी दलहन व अन्य फसलों पर 3 बार सिंचाई कर चुके हैं. जिसके लिए उन्हें हजारों रुपये खर्च करने पड़े हैं, लेकिन इसके बाद भी फसलें सूखने लगी थी. ऐसे में जल्द ही सिंंचाई करने की योजना थी, लेकिन इस बारिश ने बड़ी राहत दी है. असल में उन्नाव में बड़े पैमाने पर दलहन समेत अन्य फसलों की खेती की जाती है. जिसके तहत इन दिनों किसानों ने ज्वार, मक्का उड़द, हरे चारे व अन्य दलहन की फसलें बोई हुई हैं.

खाली खेत को भी तैयार करा सकते हैं किसान

बेमौसम हुई बारिश को लेकर किसान खुश हैं. किसान इस बारिश को फसलों के लिए बड़ी राहत मान रहे हैं. वहीं कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बारिश उन किसानों के लिए भी फायदेमंद है, जिन्होंने इस दौरान खेत खाली छोड़े हुए हैं. हसनगंज कृषि विज्ञान केंद्र धौरा के वैज्ञानिक डॉ धीरज तिवारी बताते हैं कि प्रचंड गर्मी की वजह से उड़द, ज्वार, मक्का सहित अन्य दलहन की फसलें सूख रही थी. बारिश होने से फसलों को नई ऊर्जा मिली है और किसानों को राहत मिली हैं. उन्होंने कहा कि जिन किसानों के खाली खेत पड़े हैं. वह अच्छी तरीके से अब जुताई करा कर अपने खेत तैयार भी कर सकते है.

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