सूचनाओं के अनुसार, निशांत ने भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और रूसी सैन्य औद्योगिक कंसोर्शियम (एनपीओ माशिनोस्ट्रोयेनिया) के संयुक्त परियोजना – ब्रह्मोस एयरोस्पेस में सीनियर सिस्टम इंजीनियर के पद पर काम किया था।
सोमवार को नागपुर की एक अदालत ने ब्रह्मोस के पूर्व इंजीनियर निशांत अग्रवाल को उम्रकैद की सजा सुनाई। उन्हें 2018 में पाकिस्तान की गुप्त एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने और जानकारी देने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। अब उन्हें दोषी पाए जाने के बाद आजीवन कीड़ा बंद की सजा सुनाई गई है।
सूचनाओं के अनुसार, निशांत भारत के डीआरडीओ और रूस की सैन्य औद्योगिक कंसोर्शियम (एनपीओ माशिनोस्ट्रोयेनिया) के संयुक्त उद्यम – ब्रह्मोस एयरोस्पेस में सीनियर सिस्टम इंजीनियर के पद पर काम कर रहे थे। ब्रह्मोस एयरोस्पेस भारत की एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के विकास पर लगा हुआ है, जो कि जमीन, हवा, समुद्र और समुद्र के अंदर से भी लॉन्च की जा सकती है।