एस राजलिंगम ने पहले यूपी के बांदा में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में अपनी सेवाएं दी, फिर औरेया में डीएम के रूप में कार्य किया, और अंत में लखनऊ में विशेष सचिव के तौर पर दुग्ध विकास विभाग में योगदान दिया।
14 मई की तारीख, दोपहर के 12 बजे का समय है। मां गंगा और काशी के कोतवाल, काल भैरव की पूजा के बाद, नीली सदरी पहने प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी कलेक्ट्रेट में पहुंचते हैं। नामांकन के लिए चार प्रस्तावक और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ कमरे में होते हैं। अपनी जिम्मेदारी संभालते हुए वाराणसी के जिलाधिकारी एस. राजलिंगम भी वहाँ बैठे हुए हैं। मोदी खड़े होकर राजलिंगम को नमस्कार करते हैं, और अपना हलफनामा और जरूरी दस्तावेज़ सौंपते हैं। फिर उन्होंने शपथ पढ़ी, जो यह तस्वीर को अनूठा बनाती है। यह लोकतंत्र की सबसे सुंदर छवि है, जिसमें देश के सर्वोच्च पद पर बैठे प्रधानमंत्री मोदी लोकतंत्र के सेनानी को खड़े होकर नमस्कार करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट से अपने उम्मीदवारी का पर्चा जमा कर दिया है। इस दौरान, 11 राज्यों के मुख्यमंत्री भी उपस्थित रहे। पीएम मोदी के उम्मीदवारी के लिए चार प्रस्तावक – पंडित गणेश्वर शास्त्री, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा, और संजय सोनकर – उपस्थित थे। जब पीएम मोदी नामांकन करने पहुंचे, तो उन्होंने जिलाधिकारी एस. राजलिंगम को दोनों हाथ जोड़कर प्रणाम किया। फिर, प्रधानमंत्री ने कलेक्ट्रेट परिसर में अपनी उम्मीदवारी दर्ज कराई।
राजलिंगम एक प्रतिष्ठित आईएएस अधिकारी हैं, जो वर्तमान में वाराणसी के जिलाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। वे उत्तर प्रदेश के अनेक जगहों पर अपनी प्रशासनिक योग्यता का प्रदर्शन कर चुके हैं, जैसे कि बांदा, औरेया, लखनऊ, सोनभद्र, कुशीनगर, अयोध्या, और सुल्तानपुर। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अपने कुशल प्रशासनिक कौशल का प्रदर्शन किया है, जैसे कि कलेक्टर, नगर आयुक्त, और विभिन्न विभागों के विशेष सचिव।
प्रधानमंत्री मोदी ने गंगा सप्तमी और पुष्य नक्षत्र के पवित्र अवसर पर अपना नामांकन दाखिल किया। इस खबर ने लोगों में बहुत उत्साह और उत्साह भर दिया। धूपी तपती धूप के बावजूद, लोग कलेक्ट्रेट में जमावट लाए। बड़े नेता भी नामांकन में शामिल होने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे थे।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रधानमंत्री मोदी के नामांकन के बारे में कहा कि उनका भव्य रोड शो पूरे काशी, उत्तर प्रदेश और पूरे देश को प्रेरित करने वाला था। प्रधानमंत्री मोदी का अपना मिशन है, जिसका सफलतापूर्वक पूरा होना निश्चित है। उन्होंने एक पृथ्वी और भविष्य की बात की है।