पश्चिमी एशिया में इस्राइल और हमास के बीच हिंसक संघर्ष छह महीनों से जारी है। इसी दौरान, ईरान की ओर से हुए हमलों के कारण एक और युद्ध के ख़तरे की चिन्ह प्रकट हो रही है। दुनिया के कई देश पश्चिमी एशिया की इस संवेदनशील स्थिति पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इस्राइल का सहयोगी अमेरिका निरंतर उसकी सहायता में खड़ा है। हाल के घटनाक्रमों में, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने इस्राइल के साथ-साथ यूक्रेन को भी आर्थिक मदद प्रदान करने की पहल की है। उन्होंने संसद से हाउस सहायता पैकेज का समर्थन करने की अपील की है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के अनुसार, इस्राइल के अलावा यूक्रेन के लिए भी हाउस सहायता पैकेज का समर्थन किया है। उन्होंने इसे शीघ्र पारित करने की अपील की है और बताया कि वह तुरंत इस पर हस्ताक्षर करेंगे जब ऐसा होगा। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के मध्य आधे दरिये में अमेरिका का समर्थन भी स्पष्ट हो रहा है। बाइडन ने एक बिल पर मतदान की अपील की है, जिसमें यूक्रेन और इस्राइल के अलावा प्रशांत महासागर क्षेत्र में भी सहायता राशि शामिल है। वह इस हफ्ते में विधेयक पारित करने की अपील की है और कहा है कि सदन को इस परियोजना को जल्द से जल्द स्वीकार करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने दुनिया को यह संदेश भेजा है कि अमेरिका अपने दोस्तों के साथ है।
इंडोनेशिया में एक और गंभीर घटना के बाद, ज्वालामुखी विस्फोट की खबर सुनाई गई है और साथ ही सुनामी की भी चेतावनी जारी की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कई बड़े विस्फोट हुए हैं और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के लिए लोगों को अनुरोध किया गया है।
इसके अलावा, दक्षिणी अमेरिकी देश इक्वाडोर में बड़ा बिजली संकट का सामना हो रहा है। जलविद्युत संयंत्रों में पानी के स्तर कम हो गया है जिससे संकट और भयंकर हो गया है। सरकार और स्थानीय प्रशासन ने इस हालत को देखते हुए लोगों को दो दिनों तक घर में रहने का आदेश जारी किया है।
बांग्लादेश के विदेश सचिव ने भारत और नेपाल के साथ त्रिपक्षीय बिजली समझौते को जल्द पूरा करने की अपील की है। इस समझौते के बाद, नेपाल के माध्यम से बांग्लादेश को 500 मेगावाट तक जलविद्युत की आपूर्ति होगी।
एक अमेरिकी आव्रजन की मौत की खबर सामने आई है, जो कानूनी रूप से अमेरिका में आए थे। उनकी मृत्यु की वजह का अभिन्न जांच के बाद पता चलेगा। उनके परिवार को इस दुःखद घटना की सूचना दी गई है। यह उनका दूसरा बारीय अमेरिकी यात्रा था, जिसमें उन्हें अवैध प्रवेश का आरोप लगा।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधारों की आवश्यकता पर अपनी विचार व्यक्त की है। उनके उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि राष्ट्रपति ने इस विषय पर विचार किए हैं और उन्होंने सुधारों का समर्थन किया है। हालांकि, उन्होंने सुरक्षा परिषद सहित संयुक्त राष्ट्र की अन्य संस्थाओं में कौन-कौन से कदम उठाए जाएंगे, इसके बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा कि अमेरिका को निश्चित रूप से सुधारों की जरूरत है।