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अफगानिस्तान के स्कूलों में फिर होगी महिला शिक्षकों की वापसी, कट्टरपंथी तालिबान को आखिर किस मजबूरी में लेना पड़ा फैसला?

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अफगानिस्तान में लड़कियों के लिए माध्यमिक विद्यालयों पर प्रतिबंध लगाने के बाद कट्टरपंथी तालिबान (Taliban) की लंबे समय से आलोचना हो रही है. इस बीच निमरोज शिक्षा विभाग (Nimroz education department) स्कूल में महिला शिक्षकों को बहाल करने पर सहमत हो गया है. यह फैसला निश्चित तौर पर अफगानिस्तान (Afghanistan) महिलाओं को खुश होने का मौका देगा. एक रिपोर्ट के मुताबिक, निमरोज शिक्षा विभाग ने पुष्टि की है कि देश में तालिबान की सरकार आने के बाद अपनी नौकरी गंवाने वाली सभी महिला अफगान शिक्षकों को एक बार फिर जरूरतमंद स्कूलों में नियुक्त किया जाएगा.

इस मुद्दे पर निमरोज शिक्षा विभाग के निदेशक मौलवी यार मोहम्मद हकयार ने कहा, ‘जल्द ही 196 शिक्षकों की दोबारा नियुक्ति हो सकती है.’ टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, निमरोज स्कूल के अधिकारियों और शिक्षकों ने बताया है कि उन्हें प्रांत में महिला शिक्षकों की कमी का सामना करना पड़ रहा है. कथित तौर पर अपनी नौकरी गंवाने वाली अफगान महिला शिक्षकों ने फिर से महिला शिक्षकों की नियुक्त करने के फैसले के लिए शिक्षा मंत्रालय की जमकर तारीफ की है.

किस मजबूरी में तालिबान ने लिया यह फैसला

यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि लड़कियों के लिए सभी माध्यमिक विद्यालयों को बंद करने के तालिबान शासन के फैसले की दुनिया भर में निंदा हुई थी. कई कार्यकर्ताओं और राजनीतिक दलों ने तालिबान से लड़कियों के माध्यमिक विद्यालयों पर प्रतिबंध लगाने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया था. यही वजह है कि अफगानिस्तान में अब महिलाओं को फिर से स्कूलों में पढ़ाने का मौका मिलने जा रहा है. हाल ही में तालिबान के शिक्षा मंत्रालय ने भी आश्वासन दिया था कि निकट भविष्य में कक्षा 7-12 में लड़कियों के लिए स्कूल फिर से खोल दिए जाएंगे.

महिला शिक्षकों ने शेयर किए अपने अनुभव

एक महिला शिक्षिका लीमा ने कहा कि वह पिछले आठ महीनों से पढ़ाने में असमर्थ थीं. टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, लीमा ने निमरोज शिक्षा विभाग में स्थानीय अफगान अधिकारियों से उन्हें और अन्य साथी शिक्षकों को काम का अवसर देने का भी आह्वान किया है. एएनआई ने लीमा के हवाले से कहा, ‘इस्लामिक अमीरात ने हमें बिना परीक्षा के अपनी ड्यूटी पर लौटने का अवसर प्रदान किया है. मैं बहुत खुश हूं.’

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