उत्तराखंड (Uttarakhand) के अल्मोड़ा जिले (Almora) के सल्ट इलाके में 3 मई को सवर्ण समाज के लोगों ने एक दलित दूल्हे को घोड़ी से उतारने और बारात को रोकने की कोशिश की थी. जिस के बाद अब इस मामले में पुलिस ने 5 महिलाओं सहित 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. इसी के ही साथ एसपी अल्मोड़ा ने सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. प्रभारी नायाब तहसीलदार दिवानगिरी गोस्वामी ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. राजस्व विभाग की टीम के साथ गांव जाकर दूल्हे और अन्य ग्रामीणों के बयान दर्ज किए गए हैं. पूरे मामले की जांच की जा रही है. किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
Police registered a case against 6 people incl 5 women after they allegedly tried to forcibly remove a groom of scheduled caste from the horse stopping the wedding procession on May 3 in Almora dist. SP Almora has been directed to take strict action: Uttarakhand DGP Ashok Kumar
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 5, 2022
दूल्हे को घोड़ी से उतारने का किया गया था प्रयास
जिले की सल्ट तहसील के गांव थला तडियाल निवासी श्याम लाल ने एसडीएम सल्ट गौरव पाण्डे को लिखित शिकायत देते हुए बताया था कि सोमवार को उसके पुत्र विक्रम कुमार के विवाह के दौरान थला तडियाल गांव के कुछ महिला और पुरूषों के द्वारा दूल्हे को अनुसूचित जाति के होने के कारण घोड़े से जबरन उतारने की कोशिश की गई थी. साथ ही जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया गया और समस्त बारातियों को मारने और जिंदा जलाने की धमकी दी गयी. कहा गया कि अगर दूल्हे को घोड़ी से उतारा नहीं गया तो पूरी बारातियों को कफल्टा काण्ड की तरह ही मार दिया जायेगा.
घर में आदमी नहीं है वरना आज ही जला देते पूरी बारात
शिकायत में कहा गया कि सवर्ण समाद के लोगों ने धमकी दी थी कि किस्मत अच्छी है कि आज हमारे गांव के सभी पुरुष घर में नहीं हैं. अगर वह घर पर होते तो आज ही सारे बारातियों को यही पर जिन्दा जला दिया जाता. अगर फिर से कोई अनुसूचित जाति की बारात में दूल्हा घोड़ी पर बैठ कर आएगा. तो सभी बारातियों को जिन्दा जला दिया जाएगा. दर्शन लाल ने इस मामले में कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए इसकी कॉपी अल्मोड़ा डीएम, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जन जाति आयोग उत्तराखण्ड देहरादून, राज्यपाल और प्रधानमंत्री कार्यालय को भी भेजी थी.