उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ (Aligarh) में 2020 मई में शुरू हुए जहरीली शराब कांड (Aligarh Liquor Scandal) में जेल में बंद मुख्य आरोपियों को शासन के आदेश पर कार्यवाही करते हुए अलीगढ़ की जेल से निकालकर चुनाव के दौरान शहर की फिजा में जहर ना घुले इसको देखते हुए ऋषि,मुनेश अनिल को पूर्वांचल जिले के अंबेडकर नगर, वाराणसी सेंट्रल सहित प्रयागराज की जेलों में शिफ्ट कर दिया गया था, लेकिन अब चुनाव गुजर चुका है. जिसको देखते हुए शासन के आदेश पर अब दुबारा पूर्वांचल की जेलों में बंद तीनों शराब माफियाओं को वहां की जेलों से लाने की तैयारियां शुरू कर दी गई है. शराब माफिया ऋषि शर्मा को फिरोजाबाद जेल उसके भाई मनीष शर्मा को मैनपुरी जेल तो वही अनिल चौधरी को आगरा जिले की जेल में शिफ्ट किया जाएगा.
शासन के आदेश अनुसार जिला प्रशासन ने शराब कांड के मुख्य आरोपियों को अलीगढ़ जिले के आसपास की जेलों में लाने के लिए ट्रायल शुरू करा दिया हैं. थाना लोधा क्षेत्र के करसुआ सहित कई गांवों में जहरीली शराब पीने के बाद लोगों की मौतों का सिलसिला शुरू हो गया था. मई और जून 2020 में जहरीली शराब पीने से जिले में करीब 110 से ज्यादा लोगों की मौत हुई. जिसकी पुष्टि फॉरेंसिक लैब से भी हुई थी.
रेनू शर्मा की मौत के बाद हुआ थां हंगामा
जिला प्रशासन और पुलिस ने इस मामले में शराब कांड के मुख्य आरोपी थाना जवां निवासी ऋषि शर्मा, उसके भाई मुनीश शर्मा और कोतवाली खैर इलाके के गांव निवासी अनिल चौधरी समेत 87 लोगों को गिरफ्तार करके जेल की सलाखों के पीछे भेजा था. इस शराब कांड में मुख्य शराब माफिया ऋषि शर्मा की पत्नी पूर्व ब्लाक प्रमुख रेनू शर्मा भी आरोपी थी.
अलीगढ़ जेल में बंद रेनू की तीन दिसंबर की देर रात जेएन मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान मौत हो गई थी. रेनू शर्मा की अचानक मौत की खबर पाकर परिवार के लोगों ने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर हंगामा किया था. तो वहीं जेल प्रशासन पर रेनू शर्मा की हत्या करने का आरोप लगाया गया फिर परिवार के लोगों ने हत्या का आरोप लगाकर बुजुर्ग दंपत्ति आंबेडकर पार्क में परिवार के लोगों के साथ धरने पर बैठ गए थे.
अलीगढ़ के आसपास की जेलों में किया जाएगा शिफ्ट
तो वहीं दूसरी तरफ जेल से अदालत में पेशी के लिए कोर्ट पहुंचे शराब माफिया ऋषि शर्मा ने चीखते चिल्लाते हुए खुद को निर्दोष बताया था. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, लेकिन इस पूरे शराब कांड प्रकरण पर शासन की ओर से निगरानी रखी जा रही है. ऐसे में शासन स्तर से निगरानी रखने के चलते हो रहे घटनाक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के चुनाव भी नजदीक थे.
चुनाव के दौरान हालात खराब ना हो इसको देखते हुए शासन के आदेश पर अलीगढ़ जेल में बंद शराब माफिया ऋषि शर्मा को पूर्वांचल के आंबेडकर नगर जेल, मुनीश को वाराणसी सेंट्रल जेल और अनिल चौधरी को प्रयागराज की नैनी जेल भेज दिया गया, लेकिन अब चुनाव खत्म होने के बाद उत्तर प्रदेश शासन ने फिर से जिला प्रशासन को आदेश दिए हैं कि पूर्वांचल की जेलों में बंद तीनों शराब माफियाओं को अलीगढ़ के आसपास की जेलों में शिफ्ट कर दिया जाए.