पिछले कुछ सालों में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन (Online transaction) में भयंकर उछाल आया है. डिजिटल ट्रांजैक्शन में यूपीआई ट्रांजैक्शन (UPI transactions) का योगदान बहुत बड़ा है. अप्रैल महीने में यूपीआई की मदद से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन ने नया रिकॉर्ड कायम किया है. पहली बार यह आंकड़ा 10 लाख करोड़ के करीब पहुंचा है. नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की तरफ से शेयर की गई जानकारी के मुताबिक, अप्रैल के महीने में इस प्लैटफॉर्म की मदद से कुल 558 करोड़ ट्रांजैक्श किए गए जिसकी टोटल वैल्यु 9.83 लाख करोड़ रुपए रही. मार्च में इस प्लैटफॉर्म पर कुल 540 करोड़ ट्रांजैक्शन किए गए थे. ट्रांजैक्शन वैल्यु 9.6 लाख करोड़ रही थी.
महीनवारी आधार पर अप्रैल में वॉल्यूम में 3.33 फीसदी का और वैल्यु के आधार पर 2.36 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया है. सालाना आधार पर वॉल्यूम में 111 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया, जबिक वैल्यु में 100 फीसदी का उछाल आया है. अप्रैल 2021 में UPI की मदद से कुल 264 करोड़ ट्रांजैक्शन किए गए थे जिसकी टोटल वैल्यु 4.93 लाख करोड़ रुपए थी.
कोरोना काल में शानदार सफलता
2016 में UPI सर्विस को लॉन्च किया गया था उसके बाद से यह तेजी से ग्रोथ कर रहा है. खासकर कोरोना काल में इसका ग्रोथ बहुत ही शानदार रहा है. NPCI ने यूपीआई को डेवलप किया है. इसके अलावा RuPay, Bharat Bill Pay भी इसी का प्रोडक्ट है. एनपीसीआई की लक्ष्य अगले 2-3 सालों में रोजाना आधार पर 100 करोड़ यूपीआई ट्रांजैक्शन का है.
नेपाल में भी UPI को शुरू किया गया है
भारत के अलावा नेपाल पहला देश है जिसने UPI ट्रांजैक्शन को अपने देश में लागू किया है. एनपीसीआई की अंतरराष्ट्रीय शाखा एनपीसीआई इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL) ने नेपाल में सेवाएं देने के लिए पिछले दिनों गेटवे पेमेंट्स सर्विस (जीपीएस) और मनम इन्फोटेक के साथ हाथ मिलाया था. जीपीएस नेपाल में अधिकृत भुगतान सिस्टम परिचालक है. मनम इन्फोटेक नेपाल में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) को लागू करेगी. NPCI ने एक बयान में कहा कि इस गठजोड़ से नेपाल में लोगों के लिए सुविधा बढ़ेगी और डिजिटल लेनदेन (Digital transactions) को बढ़ावा मिलेगा.
यूपीआई के फंक्शन को भी अपग्रेड किया गया है
UPI ट्रांजैक्शन को यूजर्स और मर्चेंट, दोनों बहुत तेजी से स्वीकार कर रहे हैं. NPCI ने इसके फंक्शन को भी अपग्रेड किया है. अब यूपीआई पर ऑटोपे की सुविधा उपलब्ध है. इसके अलावा आईपीओ में यूपीआई की मदद से निवेश किया जा सकता है.