UGC NET मामले में एक बड़ा घटना सामने आया है। इस जांच में पता चला है कि जब्त किए गए 9 मोबाइल फोन से टेलीग्राम एप के डेटा को डिलीट कर दिया गया था। UGC NET पेपर के लीक होने के बाद, जब इसका एग्जाम कैंसिल हुआ, तब यह खुलासा हुआ कि पेपर को डार्क नेट पर बेचा जा रहा था।
जानकारी के अनुसार CFSL की सहायता से डेटा रिट्रीव करने की कार्रवाई शुरू की जा रही है। आज कुशीनगर में एक छात्र (नाम निखिल) को CBI ने बुलाकर 6 घंटे तक पूछताछ की थी, जिसके बाद उसे छोड़ दिया गया। जानकारी के अनुसार, उसे फिर से बुलाया जा सकता है। पेपर को डार्क नेट के माध्यम से बेचा जाने की पुष्टि जांच में की गई है।
ओएसिस स्कूल के प्रबंधक ने बताया कि नीट परीक्षा के प्रारंभिक दिन, जिस बॉक्स को खोला जाना था जिसमें प्रश्न पत्र रखे गए थे, उसमें लगे डिजिटल लॉक की समस्या हो गई थी। नीचे दो लॉक लगे थे, जिन्हें सामान्यतः 1.15 बजे एक बीप की आवाज़ से खोला जाता था, लेकिन उस दिन ऐसी कोई आवाज़ नहीं आई। इसे देखते हुए ऑब्जर्वर ने एनटीए को सूचना दी। एनटीए ने बताया कि तकनीकी समस्या के कारण आवाज़ नहीं आई हो सकती है। इसके बाद बॉक्स को कटर से खोलने का निर्णय लिया गया, जिससे फिर प्रश्न पत्र सफलतापूर्वक बाहर निकला गया।
सीबीआई ने शिक्षा मंत्रालय की शिकायत पर नीट परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में सीबीआई ने IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी), 406 (अमानत में खयानत), और 120B (आपराधिक साजिश) के तहत एफआईआर दर्ज की है। उन्होंने बिहार पुलिस से इस मामले की जांच रिपोर्ट भी मांगी है, ताकि मामले को गहराई से समझा जा सके।