नई दिल्ली । पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और तेज गेंदबाज वकार यूनुस ने आईसीसी एकदिनी विश्व कप से पहले कहा है कि खिलाड़ी भले मैदान पर पेशेवर होते हैं, लेकिन बाहर सभी दोस्त होते हैं।
वकार ने गुरूवार को प्रसिद्ध चॉकलेट कंपनी फेबैल द्वारा यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, “मैदान पर हम देश के लिए खेलते हैं तो पेशेवर रूख अपनाते हैं, इस दौरान हम आक्रामक भी होते हैं और स्लेजिंग वगैरह भी करते हैं।”
उन्होंने 1996 विश्व कप में भारत-पाकिस्तान मैच का उल्लेख करते हुए वकार ने कहा, “उस मैच में आखिरी के ओवरों में अजय जडेजा ने उनके खिलाफ काफी रन बनाए, मैच में थोड़ी बहुत दोनों देशों के खिलाड़ियों के बीच स्लेजिंग भी हुई, लेकिन यह सब केवल मैदान पर था। मैदान के बाहर जडेजा से उनकी काफी अच्छी दोस्ती है और वह मेरे पारिवारिक दोस्त की तरह हैं।”
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तस्मानिया में खेले गए एक टेस्ट मैच का भी उल्लेख किया, जिसमें जस्टिन लैंगर और एडम गिलक्रिस्ट ने शतक लगाए थे।
वकार ने कहा, “उस मैच में लैंगर और गिलक्रिस्ट ने शतक लगाए, मैंने लैंगर को स्लेज भी किया, लेकिन अंदर से डरा भी हुआ था, क्योंकि लैंगर कराटे में ब्लैक बेल्ट हासिल किये हुए हैं, लेकिन जब वह मैदान के बाहर मिले तो उनका व्यवहार एक बच्चे की तरह था वो काफी मिलनसार हैं और अब मेरे सबसे अच्छे दोस्तों में से एक हैं।”
कार्यक्रम में भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम की कप्तान लिजा स्टेलकर भी मौजूद थे।
कार्तिक और लिजा ने भी वकार की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि खेल देशों को जोड़ता है और कई देशों को एक साथ लाने का काम भी किया है। हम भाग्यशाली हैं कि खेलों से जुड़े हैं।
कार्यक्रम के दौरान फेबैल के नए चॉकलेट प्रोडक्ट ‘वन अर्थ’ को लांच भी किया गया। कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलियाई सेफ एंडी एलेन, फेबैल वन अर्थ के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर रोहित डोगरा भी मौजूद थे।
WAQAR YUNUS
कराची । मैच फिक्सिंग पर जस्टिस कय्यूम की रिपोर्ट का हवाला देते हुए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के पूर्व अध्यक्ष रमीज राजा ने टीम के पूर्व दिग्गज क्रिकेटरों वसीम अकरम और वकार यूनुस के प्रति अपनी तीखी नाराज़गी जताई। जस्टिस कय्यूम की रिपोर्ट के बाद अकरम पर जुर्माना लगाया गया और उन्हें कप्तानी से हटा दिया गया था।
रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद वकार यूनुस पर भी जुर्माना भी लगाया गया था। हालांकि दोनों ने कोचिंग की भूमिकाओं में पाकिस्तान क्रिकेट में वापसी की, वकार के मुख्य टीम के साथ कोच के रूप में दो अलग-अलग कार्यकाल हैं।
रमीज ने कहा कि अगर यह उनके हाथ में होता, तो वे दोनों को हमेशा के लिए प्रतिबंधित कर देते। एक पाकिस्तानी चैनल से बात करते हुए, रमीज ने कहा कि जब अकरम और यूनिस को सिस्टम में वापस लाया गया तो वह शक्तिहीन थे और उनके पास उनके साथ काम करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। रमीज ने कहा, “मुझे लगता है कि दोनों में से किसी को भी पाकिस्तान क्रिकेट में वापस आने का मौका नहीं मिलना चाहिए था। अगर मैं उस समय निर्णय लेने वाला होता, तो मैं उन्हें हमेशा के लिए प्रतिबंधित कर देता। आप उन्हें सिस्टम में वापस लाए। मैं उस समय सत्ता में नहीं था। हमें उनके साथ खेलने और उनके साथ काम करने के लिए कहा गया था, और बस इतना ही। इससे कैसे निपटा जाए, यह कोई नहीं जानता था। इतने लोग उसमें शामिल थे। मुझे नहीं पता कि क्या मजबूरी थी।”
यह पूछे जाने पर कि क्या उनका रुख सलमान बट, मोहम्मद आमिर और मोहम्मद आसिफ के लिए भी समान है – जिन्हें 2010 में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों के बाद प्रतिबंधित कर दिया गया था, उन्होंने कहा, “जो भी दागी है, मैं उस पर जीरो टॉलरेंस रखता हूं।”
आरोपों के वर्षों बाद आमिर ने पाकिस्तान टीम में वापसी की थी और कई विश्व टूर्नामेंटों में पक्ष का प्रतिनिधित्व किया था, हालाँकि, रमीज के कार्यकाल में, बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को टीम से बाहर कर दिया गया था।
रमीज ने कहा, “मैं बिल्कुल स्पष्ट हूँ। लोग कहते हैं कि उन्हें सजा मिल गई है, आगे बढ़ो। लेकिन मैंने ऐसी स्थितियों का अनुभव किया है।”