पाली। चाय की होटल पर पिता के साथ काम करने वाली एक लड़की को गांव के ही दो लड़के आए दिन छेड़ते थे। परेशान होकर उसने पिता को यह बात बताई। पिता ने दोनों युवकों के घर पर शिकायत की लेकिन कुछ दिन शांत रहने के बाद युवक फिर से छेड़छाड़ करने लगे और युवती के पिता को उसकी बेटी को उठाकर ले जाने की धमकियां देने लगे। डिप्रेशन में आकर युवती के पिता ने सुसाइड कर लिया। पुलिस ने अब मृतक की बेटी की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
मामला रोहट थाना क्षेत्र के चेंडा गांव का है। 29 जून को यहां 48 साल के हरचंद पुत्र नेमाराम पटेल ने घर में फंदा लगाकर जान दे दी। मामले में मृतका की बेटी ने रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि उसके पिता की गांव के हॉस्पिटल के पास चाय की केबिन है। जहां पिता का हाथ बंटाने के लिए वह भी जाती थी। चाय पीने के बहाने यहां चेंडा गांव के ही विक्रम सिंह पुत्र शंभू सिंह राजपूत और नेमाराम पुत्र समाराम सरगरा आते थे और उस पर दोस्ती करने का दबाव बनाते थे।
करीब तीन महीने पहले मौका देखकर उन्होंने उसके साथ छेड़छाड़ की और दोस्ती नहीं करने पर उठाकर ले जाने की धमकी दी। परेशान होकर उसने घर पर यह बात बताई। इस पर उन दोनों के परिजनों से पिता ने शिकायत की। कुछ दिन तो दोनों शांत रहे लेकिन तीन सप्ताह पहले फिर से वे ऐसी छेड़छाड़ करने लग गए और पिता को भी धमकी दी कि तेरी बेटी को उठाकर ले जाएंगे, जो करना है कर ले।
आरोप है कि 28 जून को विक्रम सिंह और नेमाराम घर पर आए और धमकी दी कि तुम्हारी बेटी को हमारे साथ भेजो, नहीं तो नहीं तो उठाकर ले जाएंगे। इससे मेरे पिता इतना मानसिक दबाव में आ गए कि 29 जून की सुबह उन्होंने घर में फंदा लगाकर जान दे दी। रिपोर्ट में विक्रम सिंह राजपूत और नेमाराम सरगरा को उसके पिता को आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने की बात की। पुलिस मामले की जांच कर रही है।