वाशिंगटन । तीन दिन तक कई दौर के मतदान के बावजूद अमेरिका की प्रतिनिधि सभा अपने नए स्पीकर का चयन नहीं कर सकी । मतदान में किसी भी उम्मीदवार को बहुमत नहीं मिला। इस कारण सदन की कार्यवाही को लगातार तीसरे दिन स्थगित करना पड़ा।
सदन में गुरुवार को हुए मतदान में कैलिफोर्निया से अमेरिकी कांग्रेसी के सांसद और सदन में रिपब्लिकन नेता केविन मैककार्थी को अपराह्न तक दो और दौर के मतदान में बहुमत से कम वोट मिले। 435 सीटों वाले निचले सदन में रिपब्लिकन के पास डेमोक्रेट्स की अपेक्षा कम बहुमत है। जब तक स्पीकर का चुनाव नहीं हो जाता सदन में विधायी कार्य नहीं हो सकते।
सदन में मैककार्थी को अधिकांश रिपब्लिकन और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन प्राप्त है। डेमोक्रेट नेता और सदन के सदस्य अलेक्जेंड्रिया ओकासियो-कॉर्टेज ने सुझाव दिया है कि मैककार्थी आवश्यक मत सुरक्षित करने के लिए डेमोक्रेट के साथ बातचीत करने पर विचार कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि नैंसी पेलोसी 2021 में 216 वोटों के साथ स्पीकर चुनी गई थीं।
प्रतिनिधि सभा के 100 वर्ष के इतिहास में पहली बार स्पीकर के चुनाव में ऐसी स्थिति बनी है। इससे पहले 1923 में स्पीकर चुनने के लिए एक से अधिक राउंड वोटिंग हुई थी। 1855 में स्पीकर की चयन प्रक्रिया में दो महीनों में 133 राउंड वोटिंग हुई थी।
SPEAKER ELECTION
वाशिंगटन । अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन नेता केविन मैककार्थी स्पीकर का चुनाव हार गए। नैंसी पेलोसी के स्थान पर चुनाव लड़ रहे केविन मैककार्थी बहुमत हासिल करने में असफल हो गए। मैककार्थी 100 वर्ष के इतिहास में पहले ऐसे नेता हैं जो पहले ही राउंड की वोटिंग हार गए और स्पीकर का पद सुरक्षित नहीं कर सके।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कैलिफोर्निया से रिपब्लिकन सांसद केविन मैककार्थी को मंगलवार को हुई पहली राउंड की वोटिंग में महज 19 और दक्षिणपंथी सांसद व उम्मीदवार एंडी बिग्स को केवल 10 मत ही मिले। बहुमत के लिए सदन में 218 मतों की आवश्यकता थी। मैक्कार्थी को दो राउंड की मतगणना में केवल 203 वोट मिले। राष्ट्रपति जो बाइडेन को केविन मैककार्थी के जीतने की उम्मीद थी।
गौरतलब है कि व्हाइट हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी को वर्ष 2021 में 216 वोट हासिल हुए थे। करीब 20 साल तक डेमोक्रेटिक पार्टी का नेतृत्व करने के बाद पेलोसी ने इस पद से हटने का फैसला किया है। कैलिफोर्निया से डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता पेलोसी 2007 में प्रतिनिधि सभा की पहली महिला अध्यक्ष बनी थीं।